सबसे कम बेरोजगारी वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ को मिला चौथा स्थान, दिखा प्रदेश सरकार की योजनाओं का नतीजा

दिसंबर में देश की बेरोजगारी की दर 7.7% रही, सबसे कम कर्नाटक में और सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में है, छत्तीसगढ़ 2.2 फीसदी की दर के साथ चौथे स्थान पर, CM भूपेश बघेल ने प्रदेश में बेरोजगारी कम होने पर जताई खुशी

Updated: Jan 06, 2022, 01:00 PM IST

Photo Courtesy: bhaskar
Photo Courtesy: bhaskar

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कम होती बरोजगारी को लेकर प्रसन्नता जाहिर की है। कम बेरोजगारी वाले प्रदेशों की लिस्ट में छत्तीसगढ़ को चौथा स्थान मिला है। ये आकंड़े सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ने जारी किए हैं। CMIE ने छत्तीसगढ़ को सबसे कम बेरोजगारी वाले राज्यों की सूची में जगह दी है। CMIE के आंकडों के अनुसार छत्तीसगढ़ 2.1 फीसदी के साथ सबसे कम बेरोजगारी वाले राज्यों में चौथे स्थान पर है। जबकि कर्नाटक को 1.4 फीसदी के साथ पहला स्थान मिला है। गुजरात और ओडिशा 1.6 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर है। 2.2 फीसदी के साथ तेलंगाना तीसरे स्थान पर है। 2.1 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ चौथे स्थान पर छत्तीसगढ़ है। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश 3.4% के साथ 7वीं पायदन पर है। 

 

CMIE की रिपोर्ट के अनुसार दिसंबर में भारत की बेरोजगारी दर 7.91 फीसदी तक पहुंच गई है। जो कि पिछले 4 महीने के उच्च्तम स्तर है। भारत के शहरों में बेरोजगारी की दर 9.30 फीसदी औऱ ग्रामीण क्षेत्रों में 7.28 फीसदी रही है। भारत में हरियाणा बेरोजगारी में सबसे टॉप पर है, यहां दिसंबर में बेरोजगारी दर 34.1 प्रतिशत रही है। राजस्थान 27.1 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर है। झारखंड तीसरे और बिहार चौथे पायदान पर है।

दरअसल छत्तीसगढ़ में लगातारी बेरोजगारी की दर घटी है, प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने विकास के लिए कई योजनाएं चला रखी हैं। प्रदेश में ग्राम स्वराज की तर्ज पर नया मॉडल काम कर रहा है, जिसके तहत गांवों और शहरों के बीच आर्थिक परस्परता बढ़ाने पर जोर दिया गया है। गांवों की आर्थिक मजबूती के लिए सुराजी गांव योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, नरवा-गरवा-घुरवा-बारी कार्यक्रम,  रूलर इंडस्ट्रियल पार्कों की स्थापना, उद्यमिता विकास जैसी कई महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।

कोरोना काल में जब देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा था तब भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था पर कोई बुरा असर नहीं पड़ा। छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर पूरी तरह नियंत्रित रही।सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी संगठन इंडियन इकोनॉमी, फॉरेन करंसी, कृषि, उद्योग जैसे क्षेत्रों के अध्ययन के माध्यम से डेटा बेस तैयार करता है। यह करीब 45 साल से काम कर रहा है।