RBI के डिप्टी गवर्नर ने CryptoCurrency को बताया वित्तीय संप्रभुता के लिए खतरा, बोले बैन करना ही सबसे बेहतर विकल्प

आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने यह बात इंडियन बैंक्स के एक कार्यक्रम के दौरान कही, उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित किए जाने के पीछे दिए जाने वाले तमाम तर्कों की हमने जांच की, लेकिन एक भी तर्क की कसौटी पर खरा नहीं उतर पाया

Publish: Feb 15, 2022, 04:16 AM IST

नई दिल्ली। भारत में CryptoCurrency को वैधता प्रदान करने की चल रही बहस के बीच आरबीआई के शीर्ष अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने कहा है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को बैन कर देना ही सबसे बेहतर विकल्प होगा। इतना ही नहीं उन्होंने CryptoCurrency को भारत की वित्तीय संप्रभुता के लिए खतरा करार दिया है। 

डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने यह बातें इंडियन बैंक्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं। उनके मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी को वैधता प्रदान करने के लिए दिया जाने वाला एक भी तर्क, तर्क की कसौटी पर खरा नहीं उतरता। उन्होंने इसे वित्तीय संप्रभुता के लिए एक खतरा बताते हुए कहा कि इन मुद्राओं को नियंत्रित करने वाली निजी कंपनियों द्वारा रणनीतिक हेरफेर के लिए इसे अतिअसंवेदनशील बनाती है। 

टी रबी शंकर ने आगे कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मुद्रा प्रणाली, बैंकिंग प्रणाली और सामान्य रूप से सरकार की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने की क्षमता को बर्बाद कर सकते हैं। दरअसल भारत सरकार ने बजट सत्र में cryptocurrency से होने वाली कमाई पर तीस फीसदी टैक्स लगने की घोषणा की है। 

लेकिन भारत सरकार ने इसे कानूनी वैधता भी प्रदान नहीं की है। हाल ही में जब बजट सत्र में केंद्र सरकार ने cryptocurrency से होने वाली कमाई पर टैक्स लगाने की घोषणा की, तब एक बार फिर Cryptocurrency को लेकर असमंजस की स्थिति पनप गई थी। हालांकि तब खुद वित्त सचिव ने बताया था कि भारत सरकार का क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता देने का कोई इरादा नहीं है।