शेयर बाजार पर बैंकिंग घोटाले का असर, खुलने के साथ क्रैश हुआ मार्केट, निवेशकों में भगदड़

सेंसेक्स 1200 पॉइंट टूटा, निवेशकों को चार लाख करोड़ का घाटा, बैंकिंग सेक्टर के शेयर सबसे ज्यादा गिरे, देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले और रूस-यूक्रेन तनाव को माना जा रहा है मुख्य कारण

Updated: Feb 14, 2022, 07:08 AM IST

Photo Courtesy: MoneyControl
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मुंबई। देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले के सामने आने के बाद आर्थिक मोर्चे पर अफरा-तफरी का माहौल है। 22,842 करोड़ रुपए के इस फ्रॉड का सीधा असर शेयर मार्केट ओर भी देखने को मिल रहा है। हफ्ते के पहले दिन सोमवार को बाजार खुलते ही क्रैश कर गया। निवेशकों में भगदड़ देखी जा रही है। निवेशकों को अबतक 4 लाख करोड़ रुपए का घाटा हो चुका है।

बैंकिंग घोटाले का असर ये रहा कि सबसे ज्यादा बैंकिंग सेक्टर्स के शेयर गिरे हैं। पेटीएम का शेयर 3% टूटकर 870 रुपए के नए निचले स्तर पर पहुंच गया है। पॉलिसीबाजार का भी शेयर 2% नीचे है। बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व और HDFC बैंक के शेयर 3-3% से ज्यादा टूटे हैं। इसके अलावा कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, विप्रो नेस्ले के शेयर्स 2-2% टूटकर कारोबार कर रहे हैं।

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उधर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 360 पॉइंट्‌स गिरकर 17,003 पर कारोबार कर रहा है। यह 17,076 पर खुला था और 16,915 का निचला तथा 17,099 का ऊपरी स्तर बनाया। इसका नेक्स्ट 50 इंडेक्स 2% टूटा है जबकि मिडकैप 2.59%, बैंकिंग 2.66% और फाइनेंशियल इंडेक्स 2% टूटा है। निफ्टी के 50 स्टॉक में से केवल 2 बढ़त में हैं जबकि 48 गिरावट में हैं। 

घरेलू शेयर मार्केट में गिरावट का एक कारण यूक्रेन और रूस के बीच तनाव को भी माना जा रहा है। अमेरिकी एजेंसियों ने यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका जताई है। इसकी वजह से ग्लोबल मार्केट में भी रिकॉर्ड बिकवाली देखी गई। दो देशों के बीच इस तनाव के कारण कच्चे तेल की कीमतें 7 साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई हैं। यह 93 डॉलर प्रति बैरल के पार हैं।

घरेलू बाजार में इस बात को लेकर भी अनिश्चितता है कि LIC का IPO कैसा रहेगा। भारत सरकार अब तक का सबसे बड़ा IPO लेकर आ रही है और फाइनेंशियल सेक्टर में यह सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी होगी। हालांकि, आर्थिक विशेषज्ञ इसे मार्केट में गिरावट का कारण नहीं मान रहे हैं।

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बता दें कि गुजरात की ABG शिपयार्ड ने देश के 28 बैंकों को 22 हजार 842 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। इसे बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताया जा रहा है। इस घोटाले का सबसे पहला खुलासा 2020 में हुआ था जब 25 अगस्त को एसबीआई के एक डिप्टी जीएम ने सीबीआई को लिखित में शिकायत की थी। 28 बैंकों और LIC को चूना लगाने वाली दो कंपनियां हैं, लेकिन एक ही ग्रुप की, जिसका नाम है ABG शिपयार्ड और ABG इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड। CBI के मुताबिक गुजरात के सूरत की ये कंपनी पानी के जहाजों के निर्माण और उनकी मरम्मत समेत उससे जुडे़ दूसरे काम भी करती है।