Unlock 1 : स्कूल खोले जाने के विरोध में माता-पिता

हालत सामान्य होने तक एक भी बच्चे को स्कूल न भेजने वाली याचिका पर 2 लाख़, 92 हज़ार, 988 अभिभावक हस्ताक्षर कर चुके हैं

Publish: Jun 02, 2020, 07:04 AM IST

Photo courtesy : india tv
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केंद्र सरकार के जुलाई में स्कूलों को खोले जाने के निर्णय को लेकर देशभर के लगभग तीन लाख अभिवावकों ने याचिका दायर की है। जिसमें उन्होंने सरकार से फिलहाल स्कूलों को नहीं खोलने की मांग की है। Change.org वेबसाइट पर अब तक 2 लाख 90 हज़ार से ज़्यादा अभिभावकों ने स्कूल के न खोले जाने को लेकर हस्ताक्षर किए हैं।

याचिका में लिखा गया है कि केंद्र सरकार यह स्कूलों को खोले जाने का फैसला आग में खेलने जैसा है। अभिवावकों को केंद्र सरकार के इस मूर्खतापूर्ण निर्णय को लेकर लड़ाई ठान लेने का आह्वान किया गया है। साथ ही हालत सामान्य होने तक अभिभावकों ने एक भी बच्चे को स्कूल न भेजे जाने वाले निर्णय पर अपनी हामी भरी है। इस याचिका पर अब तक कुल 2 लाख़, 92 हज़ार, 988 अभिभावक हस्ताक्षर कर चुके हैं।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने लॉक डाउन के पांचवे चरण में धीरे धीरे चरणबद्ध तरीके से सभी गतिविधियों को पटरी पर लाने की घोषणा की है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने जुलाई में स्कूल, कॉलेजों को खोले जाने की बात भी की है। हालंकि शैक्षिक संस्थान खुलेंगे या नहीं इसका फैसला केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और अभिभावकों के ऊपर छोड़ा है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक जुलाई में स्कूल खोले जाने को लेकर राज्य सरकारें अभिभावकों के साथ समन्वय बना कर स्कूलों को खोल सकेंगी। लेकिन देख भर के लाखों अभिभावक केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ हैं। जिसके विरोध में उन्होंने इस याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं।

ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन हो, स्कूल बंद ही रखे जाएं

याचिका में अभिभावकों ने इस बात पर सहमति जताई है कि जारी एकेडमिक सत्र को ई लर्निंग मोड को जारी रखा जाए। अभिभावकों ने कहा है कि जब तमाम स्कूल ऑनलाइन कक्षाओं के सुचारू रूप से चलाए जाने का दावा कर रहे हैं। ऐसे में मौजूदा सत्र में ऑनलाइन मोड पर कक्षाएं संचालित क्यों नहीं की जा सकती? इसके लिए स्कूल खोल जाने की क्या आवश्यकता है ? अभिभावकों ने अपनी याचिका में कहा है कि स्कूलों का खोला जाना हमारे बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है, ऐसे में हम अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजने वाले।