Us riots : अमेरिका में महात्‍मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान

अमेरिका में अश्‍वेत नागर‍िक जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद जारी प्रदर्शन में महात्‍मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

Publish: Jun 05, 2020, 03:42 AM IST

Photo courtesy : abp news
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अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की खबर है। अमेरिका में चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारतीय दूतावास स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया है। खूरों के मुताबिक यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा को ग्राफिटी और स्प्रे पेंटिंग से बिगाड़ दिया गया है। भारतीय दूतावास ने इसके खिलाफ मेट्रोपोलियन पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है। भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने इस घटना पर माफी मांगी है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केन जस्टर ने गुरुवार को कहा, 'वॉशिंगटन डीसी में महात्मा गांधी की मूर्ति के साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना से हम शर्मिंदा हैं। इसके लिए हम माफी मांगते हैं।'

महात्मा गांधी की यह प्रतिमा साल 2000 में लगाई गई थी और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मौजूदगी में इसका अनावरण किया था। इस प्रतिमा को गौतम पाल ने डिजाइन किया था और यह भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) की ओर से भेंट की गई थी। 

गौरतलब है कि पिछले एक हफ्ते से अमेरिका में नस्लभेदी विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं। अफ्रीकी मूल के अमेरिकी अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या के बाद अमेरिका के कई हिस्सों में नागरिक नस्लभेद के खिलाफ सड़क पर उतर गए। लेकिन प्रदर्शनकारी अब हिंसा पर उतारू हो चुके हैं। ऐसे में हाल ही में ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा रोकने के लिए कहा था।अन्यथा ट्रंप ने सेना को मैदान में उतारने की धमकी दी थी। अमेरिका के कई हिस्सों में प्रदर्शन हफ्ते भर से जारी है। प्रदर्शनकारी उग्र होते जा रहे हैं। न्यूज़ एजेंसी ए एन आई के मुताबिक़ बुधवार को प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शनकारी राजधानी वॉशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास के पास पहुंचे और उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा को काफी क्षति पहुंचाई। न्यूज़ एजेंसी के अनुसार प्रतिमा को क्षति पहुंचाने वाले प्रदर्शनकारी ' ब्लैक लाइव्स मैटर्स ' नामक संगठन से जुड़े हुए बताए जा रहा हैं। न्यूज़ एजेंसी को सूत्रों के हवाले से यह खबर मिली है कि न्यू यॉर्क पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम की छानबीन शुरू कर दी है।

कैसे हुई अश्वेत नागरिक की मौत

पिछले महीने की आखिर में अमेरिका के माइनपोलिस शहर में जॉर्ज फ्लॉयड नामक व्यक्ति को 20 डॉलर के जाली नोट चलाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। पुलिस कस्टडी में एक अफसर ने जॉर्ज की गर्दन को अपने घुटने से तकरीबन 10 मिनट तक दबाए रखा जिससे जॉर्ज की दम घुटने से मौत हो गई। इस घटना के सामने आते ही अमरीका भर में पुलिस कस्टडी में एक अश्वेत नागरिक की हुई नृशंस हत्या के बाद से ही प्रदर्शन जारी हैं। शुरुआत में तो प्रदर्शन शांतिपूर्ण ही था। लेकिन लोगों के गुस्से ने जल्द ही हिंसा का रूप अख्तियार कर लिया।