ब्रिटेन में 3 दिन की बिजली कटौती का मुआवजा 203.5 लाख करोड़, सोशल मीडिया पर फैला करंट
ब्रिटेन की बिजली कंपनी ने एक शख्स को मुआवजे की राशि भेजने के बाद उसे बताया क्लर्क की गलती, कहा चेक में अमाउंट की जगह ग्राहकों का मीटर नंबर डाल दिया गया था, कृपया माफ करें
हाथ को आया मुंह को ना लगा, यह कहावत ब्रिटेन के उस शख्स पर फिट बैठ रही है, जिसे यूके की बिजली कंपनी ने 2.3 ट्रिलियन पाउंड से ज्यादा याने करीब 203.5 लाख करोड़ रुपए के मुआवजे का चेक भेजा। जब उस शख्स ने चेक बैंक में जमा करने से पहले बिजली कंपनी से कन्फर्म करना चाहा तो जो जवाब उसे मिला, तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। जैसे ही बिजली कंपनी को अपनी गलती का एहसास हुआ उसने शख्स से माफी मांगी और इसे लिपिकीय त्रुटी करार दिया। अब इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के रिएक्शन मिल रहे हैं। नेटिजन्स का कहना है कि गैरेथ ह्यूजेस को चेक बैंक में जमा कर देना चाहिए था। यूके की नॉर्दर्न पॉवरग्रिड ने 74 ग्राहकों को मुआवजे के रूप में खरबों डॉलर की राशि भेजी थी।
Thank you for our compensation payment @Northpowergrid for the several days we were without power following #stormarwen Before I bank the cheque however, are you 100% certain you can afford this? #trillionpounds pic.twitter.com/z5MNc2Nxl1
— Gareth Hughes (@gh230277) February 12, 2022
दरअसल 12 फरवरी को, ब्रिटेन के वेस्ट यॉर्कशायर शहर के हेब्डेन ब्रिज निवासी गैरेथ ह्यूजेस ने ट्विटर पर एक पोस्ट की जिसमें एक चेक का फोटो था, चेक ऊर्जा आपूर्तिकर्ता नॉर्दर्न पावरग्रिड की ओर से जारी किया गया था। बिजली कंपनी ने उन्हें 2.3 ट्रिलियन पाउंड से अधिक का चेक जारी किया था। चेक पाकर वे काफी इमोशनल हो गए। उन्होंने बड़ी विनम्रता से चेक भेजने के लिए बिजली कंपनी का शुक्रिया किया। उन्होंने लिखा था कि मुआवजे के भुगतान के लिए नॉर्थ पॉवरग्रिड का धन्यवाद, नवंबर में स्टॉर्म आर्वेन के बाद कई दिनों तक बिना बिजली के थे। आपने हमारी दिक्कतों को लेकर उसका मुआवजा भेजा है। इससे पहले कि मैं चेक को बैंक में डाल दूं, क्या आप 100% निश्चित हैं कि आप इसे वहन कर सकते हैं?”।
44 वर्षीय गैरेथ ह्यूजेस समेत बड़ी संख्या में लोगों को बिना बिजली के तीन दिन तक रहना पड़ा था। उन्होंने उस दौरान बिजली कंपनी में इसकी शिकायत की थी, जिसके लिए करीब 13 हजार रुपए का मुआवजा दिया गया था, जिसे उन्होंने ना काफी बताया था, फिर उन्होंने इसे लेकर कहा था कि वे इससे ज्यादा के हकदार थे, जब दोबारा चेक आय़ा तो इतनी बड़ी राशि मिलने की उम्मीद कतई नहीं थी। अब बिजली कंपनी ने इसे लिपिकीय त्रुटि करार दिया है, कंपनी ने कहा है कि चेक में राशि की जगह लोगों के बिजली के मीटर का नंबर लिख दिया गया था। कंपनी ने कहा है कि 74 ग्राहकों को हैलिफ़ैक्स और न्यूकैसल पोस्टकोड के साथ गलत भुगतान राशि के साथ मुआवजा चेक जारी हो गया था। कंपनी ने ग्राहकों की ईमानदारी के लिए धन्यवाद किया है। साथ ही त्रुटि के लिए माफी मांगी है।
गैरेथ ह्यूजेस के इस ट्वीट को 56 हजार से ज्यादा लाइक किया गया है। इसे 6,000 से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया है।लोग इसे लेकर कमेंट कर रहे हैं कि इस चेक को कुछ घंटों के लिए बैंक में डाल दें ताकि ब्याज मिल सके फिर मूलधन कंपनी को लौटा दें।