17 साल में पहली बार गिरा फेसबुक का यूजर बेस, मेटा के शेयरों में 25 फीसदी से अधिक की गिरावट

यूजर बेस घटने के लिए फेसबुक ने टिक टॉक, tik tok और आई फोन, iPhone को बताया जिम्मेदार, कंपनी ने 2021 की चौथी तिमाही में पांच लाख डेली ग्लोबल यूजर्स को खोया

Updated: Feb 04, 2022, 04:35 AM IST

मेटा के रूप में खुद को रिब्रांड करने के बाद FaceBook के डेली यूजर्स बेस में भारी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 17 वर्षों में यह पहली बार है जब फेसबुक के डेली यूजर्स बेस कम हुए हैं। सोशल मीडिया की दुनिया में इसे फेसबुक की बादशाहत पर खतरे के रूप में देखा जा रहा है। कंपनी ने यूजर्स घटने के लिए टिक-टॉक और आईफोन को जिम्मेदार बताया है। साल 2004 में फेसबुक की शुरुआत के साथ ही इसके डेली यूजर्स बेस में इतनी बड़ी गिरावट पहले कभी नहीं देखी गई थी।

फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक ने 2021 की चौथी तिमाही में लगभग आधा मिलियन यानी करीब पांच लाख ग्लोबल डेली यूजर्स को खो दिया। इतना ही नहीं बुधवार को कुछ ही घंटों के कारोबार में मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक के शेयर 22 फीसदी से अधिक गिर गए। शुक्रवार तक कंपनी के शेयरों में 25 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। यहां तक कि मेटा को यह घोषणा करनी पड़ी कि यूजर्स की संख्या कम होने से उसके मुनाफे पर असर पड़ा है। 

मेटा ने जानकारी दी है कि पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2021) के दौरान फ़ेसबुक के डेली एक्टिव यूजर्स की संख्या 1.929 बिलियन रही, जबकि इसकी पिछली तिमाही में आंकड़ा 1.930 बिलियन पर था। इसके अलावा फ़ेसबुक के कुल मासिक एक्टिव यूजर्स की संख्या में भी कोई इजाफा नहीं हुआ। यह आंकड़ा 2.91 बिलियन पर स्थिर रहा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक फेसबुक को डेली एक्टिव यूजर्स में नुकसान उत्तरी अमेरिका (लगभग 1 मिलियन) में सबसे अधिक था, जहां विज्ञापन के माध्यम से सबसे अधिक कमाई होती है। यहां वाट्सऐप और इंस्टाग्राम जैसे दूसरे मेटा ऐप में, यूजर की वृद्धि काफी कम दर्ज की गई है। 

कंपनी का कहना है कि अब पहले की तरह यूथ यूज़र्स उसके प्लेटफॉर्म से नहीं जुड़ते हैं। कंपनी ने इसके लिए एक तरह से सीधे तौर पर टिकटोक को जिम्मेदार ठहराया गया है। बता दें कि टिकटॉक एक शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म है और इसे भारत में बैन किया जा चुका है। कंपनी के शेयर गिरने की वजह सिर्फ एक्टिव यूज़र्स कम होना नहीं था। दरअसल, Meta की कमाई भी कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

कंपनी ने इसके लिए मुख्य तौर पर एक और दिग्गज टेक कंपनी Apple की प्राइवेसी पॉलिसी को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि ऐप्पल ने iOS 15 में यूजर्स की प्राइवेसी को और मजबूत करने के लिए कई बदलाव किए हैं। इसमें ट्रेकिंग की इजाजत एक प्रमुख फीचर है। इस वजह ब्रांड्स टार्गेटेड एडवर्टाइजिंग नहीं कर पा रहे हैं, जिससे फेसबुक को भी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।