रूस ने नहीं हटाई है यूक्रेन से सेना, अमेरिका बोला यूक्रेन को अपने जाल में फंसा रहा है रूस

यूक्रेन से जंग छिड़ने की संभावनाओं के बीच रूस ने मंगलवार को बताया था कि वह यूक्रेन की सीमाओं से अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है, लेकिन अब अमेरिका ने दावा किया है कि रूस झूठ बोल रहा है और वह किसी भी वक्त यूक्रेन पर हमला कर सकता

Updated: Feb 17, 2022, 05:14 AM IST

Photo Courtesy: Hindustan
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नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच अभी युद्ध का खतरा टला नहीं है। अमेरिका ने यूक्रेन सीमाओं से सेना की वापसी को लेकर किए गए रूस के दावे को झूठा करार दिया है। अमेरिका ने कहा है कि रूस ने यूक्रेन की सीमाओं से अपने सैनिक वापस नहीं बुलाए हैं और वह किसी भी वक्त यूक्रेन पर हमला कर सकता है। अमेरिका का कहना है कि रूस सैनिकों को हटाए जाने का दावा सिर्फ दुनिया का युद्ध से ध्यान भटकाने के लिए कर रहा है।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि हमने किसी तरह की वापसी नहीं देखी है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन किसी भी वक्त यूक्रेन पर हमला कर सकते हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि रूस इस तरह की चाल चलते रहता है। रूस यूक्रेन को अपने जाल में फंसाना चाहता है। वह हमेशा ही कहता कुछ और है और करता कुछ और है। रूस की कथनी और करनी में हमेशा से फर्क रहा है। 

रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर अपने करीब डेढ़ लाख सैनिकों की तैनाती की हुई है। लेकिन सोमवार को जैसे ही यह खबर सामने आई कि रूस 16 फरवरी को यूक्रेन पर हमला कर सकता है, वैसे ही रूस ने कहा कि वह अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है। लेकिन अब अमेरिका ने दावा किया है कि रूस की सैन्य टुकड़ियां अभी भी यूक्रेन की सीमाओं पर ही मौजूद हैं।

इससे पहले यूक्रेन पर एक बड़ा साइबर अटैक हुआ था। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय सहित तमाम वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया था। वहीं दो प्रमुख बैंकों की वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया था। जिस वजह से यूक्रेन में ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा भी ठप पड़ गई थी। इस साइबर अटैक में रूस का हाथ माना जा रहा था।

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश के नाम अपने संबोधन में रूस को खुले तौर पर चेतावनी दे डाली थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि मैं रूस की जनता से कहना चाहता हूं कि आप हमारे दुश्मन नहीं हैं। लेकिन अगर रूस ने यूक्रेन में अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाया तो रूस को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।