तुर्की-सीरिया में भूकंप के बाद सर्दी का सितम, मृतकों की संख्या 9500 पार, सड़कों पर रात बिता रहे लोग

भूकंप से अब तक 9,500 से अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना है। वहीं सर्दी भी इन दोनों देशों के लोगों पर सितम ढा रही है। ठंड से बचने के लिए सड़कों पर आग जलाकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं।

Updated: Feb 08, 2023, 10:45 AM IST

तुर्की और सीरिया में भूकंप के कारण क्षतिग्रस्त हुईं इमारतों के नीचे दबे लोगों को बचाने की मुहिम तेज गति से चल रही है। मगर, इन इलाकों में पड़ रही कड़ाके की ठंड समस्या को और बढ़ा रही है। मिली ख़बरों के मुताबिक, भूकंप से अब तक 9,500 से अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना है। वहीं सर्दी भी इन दोनों देशों के लोगों पर सितम ढा रही है। भूकंप के झटकों से बेघर हो चुके इन दोनों देशों के लोग ठंड से बचने के लिए सड़कों पर आग जलाकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं। 

दरअसल, तुर्की में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप के बाद सैकड़ों आफ्टरशॉक आए। ऐसे में लोग भूकंप के 58 घंटों के बाद भी खौफ में हैं। लोग घर जाने को तैयार नहीं हैं। उन्हें डर है कि कहीं फिर से भूकंप न आ जाए और उनकी इमारत गिर जाए। यही वजह है कि लोगों ने लगातार दूसरी रात सड़कों पर बिताई। सर्दी के बावजूद रात में लोग सड़कों पर या अपनी कारों में सोए।

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तुर्की में भूकंप प्रभावित कई इलाकों में अभी भी मदद नहीं पहुंच पाई है। इसे लेकर लोगों में गुस्सा भी है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अन्ताकिया शहर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। यहां 64 साल की महिला मेलक ने कहा कि हमें कहीं रेस्क्यू टीम नजर नहीं आ रही। न टेंट हैं और न फूड ट्रक। उन्होंने कहा कि हम भूकंप से तो बच गए, लेकिन सर्दी और भूख से मर जाएंगे। हमें कहीं भी खाना मिलता नहीं दिख रहा है। 

भूकंप के चलते तुर्की में आई त्रासदी को लेकर अपने सहयोगी तुर्की के साथ एकजुटता दिखाने के लिए नाटो के झंडे आधे झुकाए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि बड़े पैमाने पर भूकंप से 23 मिलियन लोग प्रभावित हो सकते हैं और अन्य देशों से आपदा क्षेत्र में मदद करने का आग्रह किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा, "यह अब समय के खिलाफ दौड़ है। हमने घायलों और सबसे कमजोर लोगों के लिए आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए आपातकालीन चिकित्सा टीमों के डब्ल्यूएचओ नेटवर्क को सक्रिय कर दिया है।" 

इधर भारतीय वायु सेना का चौथा विमान भूकंप राहत सहायता लेकर तुर्की पहुंचा है। तुर्की के भूकंप पीड़ितों के लिए राहत सहायता लेकर भारतीय वायु सेना का चौथा C17 विमान बुधवार को अदाना में उतरा। भारत ने मंगलवार को देश की मानवीय सहायता और आपदा राहत के हिस्से के तौर पर भारतीय सेना की चिकित्सा टीम के 54 सदस्यों सहित सहायता सामग्री को के अपने चौथे बैच को भेजा था।