10वीं बोर्ड परीक्षा का पेपर देने से चूके भोपाल के 4 छात्र, देरी की वजह से स्कूल प्रबंधन ने नहीं दी एंट्री

मध्यप्रदेश में दो साल बाद हो रही ऑफलाइन बोर्ड परीक्षा, 18 फरवरी से 10 मार्च तक होगा एक्जाम, कई परीक्षा सेंटर्स पर नहीं हुआ कोरोना गाइड लाइन का पालन

Updated: Feb 18, 2022, 10:25 AM IST

Photo Courtesy: rajexpress
Photo Courtesy: rajexpress

भोपाल। मध्यप्रदेश में 10वीं की बोर्ड परीक्षा का पहला पेपर शुक्रवार को हुआ। कोरोना काल में पहली बार ऑफलाइन परीक्षा देने आए छात्र घबराए नजर आए। जिला शिक्षा अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल के कई स्कूलों में देरी से परीक्षा केंद्र पहुंचने वाले छात्रों को वापस लौटा दिया गया। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैरागढ़, शासकीय उमावि स्टेशन में 4 विद्यार्थी देरी से पहुंचे। 15 मिनट देरी से आने की वजह से उन्हें एक्जाम सेंटर में प्रवेश नहीं दिया गया। स्कूल प्रबंधन ने पेरेंट्स की एक ना सुनीं, नियमों का हवाला देते हुए उन्हें बैंरग वापस कर दिया। सभी छात्रों को 9:45 तक परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने को कहा गया है। इसके बाद परीक्षा हाल में एंट्री नहीं होगी। छात्र औऱ उनके परिजन मिन्नतें करते रहे लेकिन कोई हल नहीं निकला।

और पढ़ें: रिश्तेदार की जगह 12वीं की परीक्षा देते पकड़ा गया इंजीनियरिंग छात्र, मुन्नाभाई स्टाइल में व्यापम दोहराने की कोशिश

10वीं कक्षा की परीक्षा 18 फरवरी से 10 मार्च तक होनी है। परीक्षा का समय 10 बजे से 1 बजे का रखा गया है। 12वीं की परीक्षा 17 फरवरी 12 मार्च तक होगी। कोरोना की वजह से ज्यादातर ऑनलाइन क्लास लगने की वजह से बोर्ड परीक्षाओं के सिलेबस में 30% की कटौती की गई है।

सभी परीक्ष केंद्रों में कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाना अनिवार्य किया गया है, लेकिन कई स्कूलों में इसका पालन नहीं किया गया। भोपाल में 104 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें करीब 32 हजार विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं। कई सरकारी स्कूलों में छात्रों को प्रवेश के पहले ना तो थर्मल स्क्रीनिंग और ना ही हैंड सैनिटाइज करवाया गया। स्कूलों के बाहर पेरेंट्स की भीड़ नजर आई। जहां कई लोग बिना मास्क के भी दिखाई दिए। परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किया गया है।