एक्टर रवि लाल सांगड़े को नहीं मिली सरकार से मदद, कैंसर के इलाज के लिए क्राउड फंडिग की लगाई गुहार

बुजुर्ग थिएटर आर्टिस्ट रवि लाल सांगड़े को नहीं मिल रही संस्कृति विभाग से कोई मदद, गले के कैंसर के इलाज के लिए 5 लाख की जरूरत, पीपली लाइव और बैंडिट क्वीन जैसी फिल्मों में दिखा चुके हैं एक्टिंग का कमाल

Updated: Feb 01, 2022, 07:16 AM IST

Photo Courtesy: free press
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 हबीब तनवीर साथ काम कर चुके दिग्गज एक्टर रवि लाल सांगड़े किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। वे आमीर खान प्रोडक्शन्स के बैनर तले बनी फिल्म पीपली लाइव और शेखर कपूर के निर्देशन में बनी फिल्म बैंडिट क्वीन में अपनी अभिनय कला कला का प्रदर्शन कर चुके हैं। कबीर सम्मान प्राप्त रवि लाल भारत समेत  विश्व के करीब 20 देशों में परफॉर्मेंस दे चुके हैं। सरकार की ओर से उन्हें कबीर सम्मान समेत कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। वे थिएटर के साथ-साथ लोक गायन में भी माहरत रखते हैं। रवि लाल सांगड़े इनदिनों बीमार हैं, उन्हें गले का कैंसर हो गया है। थर्ड स्टेज के कैंसर के लिए 5 लाख रुपए की जरूरत है। मध्यप्रदेश को देशविदेश में ख्याती दिलाने वाले कलाकार को सरकार और संस्कृति विभाग से किसी तरह की मदद मिलना तो दूर अधिकारी उनसे मिलने को तैयार नहीं है। आखिरकार थक-हारकर एक्टर के परिवार ने उनके इलाज के लिए क्राउडफंडिंग का सहरा लिया है। मजबूरी में उन्होंने सोशल मीडिया पर अपील की है कि रवि लाल जांगडे के इलाज के लिए लोग आगे आएं और मदद करें।

रवि लाल जांगडे के पोते-पोती ने सोशल मीडिया पर अपने दादाजी के लिए मदद की गुहार लगाई है।उन्होंने बताया है कि उनके दादा को थर्ड स्टेज का गले का कैंसर है। उन्होंने कलाकारों और थिएटर प्रेमियों से आर्थिक मदद की अपील की है। उनके परिजनों का कहना है कि उनके दादा ने अपनी पूरी जिंदगी रंगमंच को समर्पित की है। इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया जिसके लिए उन्होंने आभार जताया है। वे लिखते हैं कि अब उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। उनके इलाज के लिए 5 लाख रुपए का खर्चा आएगा। वे इतनी बड़ी रकम का इंतजाम नहीं कर पा रहे हैं, उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर लोग उनकी मदद करेंगे तो उनके दादाजी कैंसर से स्वस्थ्य हो सकेंगे। मूलरूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले 65 वर्षीय रवि लाल सांगड़े इनदिनों अपने परिवार के साथ भोपाल में रहते हैं। रंगमंच की दिग्गज हस्ति हबीब तनवीर ने 40 साल पहले उनकी अभिनय क्षमता को पहचाना और अपने साथ थिएटर में जोड़ लिया।

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तभी से वे भोपाल के भारत भवन की रंगमंडल में शामिल हो गए। हबीब तनवीर के साथ रवि लाल सांगड़े ने चरणदास चोर, बहादुर कलारिन, दलदल, पैसा फेक तमाशा देख, मती की गाड़ी, अलीबाबा चालीस चोर जैसे दर्जनों नाटकों में अपनी कला का प्रदर्शन किया। चरणदास चोर का प्रदर्शन फ्रांस, जर्मनी, जापान समेत करीब 20 देशों में कर चुके हैं। उन्हें कई बड़े बैनर की फिल्मों में भी काम करने का मौका मिल चुका है। संस्कृति विभाग से मदद मांगने की कोशिश भी उन्होंने की थी, लेकिन उन्हें कार्यालय में जाने से रोक दिया गया। अब उन्हें सरकार और संस्कृति विभाग से किसी मदद की उम्मीद नहीं है। इसलिए अब वे कला प्रेमियों से मदद की गुहार कर रहे हैं। निजी स्कूल शिक्षका के तौर पर काम करने वाले रविलाल की बेटी अनुदान के लिए सरकार से आवेदन कर चुकी है लेकिन कोई मदद नहीं मिली।