गणतंत्र दिवस के दिन जन्मे थे मंदसौर के 26 जनवरी, आज मना रहे हैं 56वां जन्मदिन

अजीबोगरीब नाम की वजह से 26 जनवरी को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन अपने व्यवहार के कारण वह अपने सहकर्मियों के सबसे चहेते हैं

Updated: Jan 26, 2022, 12:08 PM IST

मंदसौर। देश आज धूमधाम से अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। चारों ओर से देशभक्ति गीतों के धुन सुनाई पड़ रहे हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर हम आज आपको 26 जनवरी की कहानी बताने जा रहे हैं। हालांकि, यह 26 जनवरी कोई तिथि नहीं बल्कि मंदसौर के एक व्यक्ति का नाम है।

मध्यप्रदेश के मन्दसौर के डाइट संस्थान में एक कर्मचारी हैं। इनका नाम है 26 जनवरी। 26 जनवरी का जन्म 26 जनवरी 1966 को हुआ था। उस दिन जब झण्डावंदन कर पूरा देश गणतंत्र दिवस मन रहा था। हेडमास्टर सत्यनारायण टेलर सुबह विद्यालय में ध्वजारोहण किए ही थे कि उन्हें पता चला कि उनकी पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया है।

गणतंत्र दिवस के दिन पुत्र रत्न की प्राप्ति से हेडमास्टर सत्यनारायण टेलर की उत्साह दोगुनी हो गई। वह घर गए और बच्चे का नाम भी 26 जनवरी ही रख दिया। मंदसौर के जनकपूरा निवासी 26 जनवरी जैसे-जैसे बड़े होत गए, उन्हें इस अनोखे नाम की वजह से कई परेशानियां झेलनी पड़ीं। पिता ने जन्म प्रमाण पत्र से लेकर स्कूल में एडमिशन तक में बेटे का नाम 26 जनवरी ही लिखवाया था। 

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शादी से लेकर अन्य कामों में उन्हें नाम को लेकर स्टांप पेपर पर शपथ पत्र देना पड़ता था। इनके सारे जरूरी कागजात 26 जनवरी के नाम से ही बने हुए हैं। परेशानी से बचने के लिए ये अपने गले में आई कार्ड टांगे रहते हैं, ताकि किसी को उनका नाम देखने में या जानने में परेशानी न हो। अपने अनोखे नाम की वजह से 26 जनवरी को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सार्वजनिक जगहों पर लोग उनका उपहास उड़ाया करते थे। कई लोगों ने उन्हें नाम बदल लेने की भी सलाह दी। लेकिन वे अपने पिता के फैसले का सम्मान करने के लिए अड़िग रहे। लेकिन आज वे अपने काम और व्यवहार के कारण अपने सहकर्मियों के सबसे चहेते हैं।