छतरपुर रेप कांड: ओबीसी महासभा ने वीडी शर्मा पर लगाया दबाव बनाने का आरोप, कमल नाथ ने की निष्पक्ष जांच की मांग

ओबीसी महासभा अपने पदाधिकारियों पर रेप का झूठा प्रकरण दर्ज किए जाने का विरोध कर रहा है, ओबीसी महासभा का आरोप है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के इशारों पर ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है

Publish: Feb 23, 2022, 05:36 AM IST

छतरपुर। छतरपुर बलात्कार काण्ड में पुजारी को छोड़े जाने के बाद ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों पर गैंग रेप का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। ओबीसी महासभा अपने पदाधिकारियों पर रेप का झूठा मुकदमा दर्ज करने की बात कर रही है। इस मामले में खुद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित बीजेपी के शीर्ष नेताओं के द्वारा दबाव बनाए जाने का आरोप लग रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी इस मामले में बीजेपी पर निशाना साधा है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। 

हाल ही में छतरपुर के महिला थाने में ब्रह्मेश्वर धाम के पुजारी पर एक महिला ने दुष्कर्म का महिला दर्ज कराया। महिला की शिकायत पर पुलिस ने पुजारी को हिरासत में लेकर पूछताछ तो शुरू की, लेकिन अगले ही दिन पुजारी को छोड़ दिया गया। इसके बाद पुलिस ने महिला के पति सहित ओबीसी महासभा के कुल तीन पदाधिकारियों पर ही गैंग रेप का मुकदमा दर्ज कर लिया। 

पुलिस के इस रवैए के खिलाफ सोमवार को ओबीसी महासभा ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में ओबीसी महासभा ने खजुराहो सांसद वीडी शर्मा सहित बीजेपी के पदाधिकारियों द्वारा पुलिस पर दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया। ओबीसी महासभा का पदाधिकारियों ने कहा कि वीडी शर्मा के इशारे पर ही पुलिस ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों पर दबाव बनी रही है। 

ओबीसी महासभा ने मामले के मुख्य आरोपी पुजारी को गिरफ्तार करने और निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके साथ ही महासभा ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही इस मामले का निपटारा नहीं किया गया तो 27 फरवरी को ओबीसी महासभा छतरपुर बंद करने का आह्वान करेगी। 

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। पीसीसी चीफ ने कहा है कि शिवराज सरकार में प्रदेश में पहले से ही ओबीसी वर्ग के लोगों का दमन और उत्पीड़न किया जा रहा है। कमल नाथ ने कहा है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, ताकि दोषी पर कार्रवाई हो सके और किसी निर्दोष पर कोई गलत कार्रवाई न हो।