कांग्रेस नेता मेरा समर्थन करें, शराबबंदी राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक अभियान है: उमा भारती

उमा भारती ने एक बार फिर उठाया शराबबंदी का मुद्दा, बोलीं- मध्यप्रदेश में मैं पूरी ताकत से अभियान चलाऊंगी, मैं जो भी करती हूं वह नेता या सीएम बनने के लिए नहीं करती हूं

Updated: Mar 11, 2022, 02:17 PM IST

भोपाल। बीजेपी की दिग्गज नेत्री व मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक बार फिर शिवराज सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है। शराबबंदी के मुद्दे पर शिवराज सरकार को घेरने वाली उमा भारती ने अब कांग्रेस से समर्थन मांगा है। उमा भारती ने कहा है कि कांग्रेस के नेता मेरा समर्थन करें क्योंकि शराबबंदी कोई राजनीतिक नहीं सामाजिक अभियान है।

पूर्व सीएम उमा भारती ने शुक्रवार को राजधानी भोपाल स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब मेरा पूरा फोकस शराबबंदी पर है। उमा के मुताबिक शराबबंदी अचानक उत्पन्न भाव नहीं है, बल्कि समाज की स्थित देखने के बाद हुआ है। उमा भारती ने इस दौरान कहा कि उन्होंने जब सीएम शिवराज  से निषेध स्थानों से शराब दुकान हटाने को कहा तो शिवराज ने उन्हें कहा कि आप जागरूकता अभियान शुरू करिए।

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उमा भारती ने पीसी के दौरान कहा कि, 'मैं बैरसिया के पास गुनगा गई तो एक शराब दुकान के सामने खड़ी हुई। इतने में ही आसपास लोग आ गए और बोले दीदी दुकान बंद कराएं। ऐसे ही एक दिन भोपाल की किसी दुकान के सामने जाऊंगी और लोगों से पूछुंगी कि क्या आप शराब दुकान से खुश है।मुझे शराबबंदी से कोई अटेंशन नहीं चाहिए, न लीडर बनना है। शराबबंदी के अभियान को लेकर हम विधायकों से बात करेंगे। मध्यप्रदेश में मैं पूरी ताकत से अभियान चलाऊंगी, मैं जो भी करती हूं वह नेता या सीएम बनने के लिए नहीं करती हूं।'

पांच राज्यों के चुनावी नतीजों को लेकर उमा भारती ने कहा मैं जहां-जहां गई, उन जगहों पर बीजेपी की जीत हुई। बीजेपी छोड़ने के सवाल पर उमा भारती ने कहा कि मैंने कभी बीजेपी को नहीं छोड़ा था। मुझे पार्टी से निकाला गया था। तब भी जो कारण बताकर मुझे पार्टी ने निकाला था, वह गलत था। उन्होंने यह भी कहा कि अगले 10 से 20 वर्षों तक कोई और पार्टी बीजेपी के मुकाबले में नहीं है।