बीजेपी नेता निर्मला शांडिल्य की अवैध क़ब्ज़े की गौशाला पर चला बुलडोजर, सैकड़ों गायों के शव व कंकाल से मचा बवाल

बीजेपी नेता निर्मला शांडिल्य द्वारा शासकीय ज़मीन क़ब्ज़ाकर बनायी गई गौशाला को तोड़ दिया गया, दावा है कि इस कार्रवाई में 50-60 लाख की संपत्ति ज़मींदोज़ हो गयी है

Updated: Feb 08, 2022, 02:31 PM IST

भोपाल। गौशाला विवाद का पटाक्षेप करते हुए प्रशासन ने आज बीजेपी नेता निर्मला शांडिल्य की गौशाला पर बुलडोजर चलवा दिया। निर्मला शांडिल्य ने ये गौशाला कब्जे की शासकीय जमीन पर बनायी थी। मंगलवार दोपहर को भोपाल के बैरसिया इलाके में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए   शांडिल्य के एक हेक्टेयर कब्जे की शासकीय जमीन भी छुड़ाई। बीते दिनों इस गौशाला में सैकड़ों गायों के शव और कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया था। प्रशासन का दावा है कि इस कार्रवाई से बीजेपी नेत्री की करीब 50-60 लाख की संपत्ति जमींदोज हो गयी है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार दोपहर करीब एक बजे एसडीएम आदित्य जैन की अगुवाई में प्रशासनिक अमला बैरसिया स्थित बसई गांव पहुंचा। जहां पर बीजेपी नेता निर्मला शांडिल्य की गौशाला और मकान, दीवार आदि को ढहा दिया गया। प्रशासनिक अमले ने दावा किया कि निर्मला शांडिल्य के पास मगज़ 80 डेसिमल जमीन थी बाकी ढ़ाई एकड़ की जमीन उसने कब्जा कर रखी थी और वहां गायों के शेड के अलावा मकान और खेती का भी काम हो रहा था। जिसे प्रशासन अब अपने कब्जे में ले लेगा। 

मीडिया रिपोर्ट्स में सरकारी अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया है कि बीजेपी की इस नेता को गौशाला के लिए सिर्फ दो साल के भीतर यानी 2019-20 और 2020-21 में कुल मिलाकर 21 लाख से ज्यादा का सरकारी अनुदान मिला, जबकि निजी अनुदानों के बारे में अभी तक ज्यादा पता नहीं चल सका है।  

हाल ही में बैरसिया के बसई गांव स्थित इस गौशाला के कुएं में 80 गायों के शव पड़े हुए मिले थे। वहीं सौ से अधिक गायों के कंकाल भी पाए गए गे थे. मामला उजागर होने के बाद से विपक्ष ने तीखे तेवर अपना रखे हैं। कांग्रेस पार्टी के कड़े विरोध के बाद शिवराज सरकार हरकत में आई। निर्मला शांडिल्य पर मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद अब उनकी अवैध गौशाला को तोड़ा गया है। अधिकारियों ने बताया कि इस गौशाला में बाकी बची गायों को शासकीय गौशाला में शिफ्ट किया गया है। 

यह भी पढ़ें : गौमाताओं की दयनीय स्थिति के विरोध में निकली सीएम की अर्थी, प्रदर्शनकारियों और पुलिस में हुई झड़प

हालांकि इस विवाद के इतना बढ़ने के बावजूद राज्य में गौवंश को लेकर बेरुखी कम नहीं हो रही है। आए दिन बीच सड़क पर जमा गायों की गाड़ियों से टक्कर और एक्सिडेंट आम बात हो गयी है। यही नहीं, टीकमगढ़ के दयोदय गौशाला के समीप रमन्ना के जंगलों में भी गायों के शव मिलने की खबरें सुर्खियों में हैं।