सरकारी स्कूल टीचर के जज़्बे को सलाम, रिटायरमेंट में मिले 40 लाख रुपए स्कूल को दान में दिए

पन्ना के विजय कुमार चंसोरिया ने गरीब बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए दान की जिंदगीभर की जमापूंजी, कर्मचारी भविष्य निधि और ग्रेच्युटी में मिले पैसे स्कूल को दिए गरीबी के दौर में खुद किया था पढ़ाई के लिए संघर्ष

Updated: Feb 03, 2022, 07:51 AM IST

Photo Courtesy: Live Hindustan
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पन्ना। बुंदेलखंड के एक सरकारी स्कूल टीचर का कारनामा सुर्खियों में है। जिले के खंडिया स्थित सरकारी प्रायमरी स्कूल के शिक्षक ने अपनी जिंदगी भर की जमापूंजी गरीब बच्चों के लिए दान कर दी। शिक्षक ने नौकरी से रिटायरमेंट के दौरान मिले 40 लाख रुपए दान किए हैं। विजय कुमार चंसोरिया ने अपने कर्मचारी भविष्य निधि और ग्रेच्युटी की राशि गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए दान कर दी। विजय बीते 31 जनवरी को सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्ति हुए हैं। उन्होंने करीब  39 साल तक बच्चों को पढ़ाया है। अब उन्होंने गरीब छात्रों के लिए यह दान किया है।

विजय कुमार चंसोरिया 39 साल तक बच्चों को पढ़ाते रहे हैं। उन्होंने सरकारी स्कूल में 1983 में नौकरी शुरू की थी। वे यहां के रक्षा संकुल केंद्र में सहायक शिक्षक के तौर पर नियुक्त हुए थे। बाद में उनकी पोस्टिंग इसी संकुल के खंडिया के सरकारी प्रायमरी स्कूल में हो गई। विजय कुमार का कहना है कि वे एक बेहद गरीब परिवार से आते हैं। उन्हें अपनी शिक्षा दीक्षा के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी थी।

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वे इस राशि के सदउपयोग के लिए एक ट्रस्ट बनाएंगे, जो रक्षा संकुल के गरीब छात्रों की मदद करेगा। इसमें संकुल के अंतरत आने वाले 30-40 स्कूल शामिल होंगे। ट्रस्ट में सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल समेत समाजसेवी भी शामिल होंगे। वहीं पंचायत के सरपंच, सामाजिक कार्यकर्ता और निर्विवाद पृष्ठभूमि वाले अन्य लोगों को शामिल किया जाएगा।

वे समाज के गरीब वर्ग को शिक्षत करने के लिए कुछ करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने छात्रों को पढ़ाई के लिए बेहतर सुविधा देने के लिए राशि दान करने का फैसला किया जिससे जिन दिक्कतों का सामना उन्हें करना पड़ा वह अन्य बच्चों को नहीं करना पड़ें। शिक्षक का कहना है कि उनके इस फैसले में उनका पूरा परिवार सहमत था। उनकी पत्नी और बच्चों ने भी इस फैसले की सराहना की है।