झूठ और गुमराह का पुलिंदा है शिवराज सरकार का बजट, एक बार फिर जनता को दिखाया गया झूठा सपना: कमल नाथ
कमल नाथ ने शिवराज सरकार द्वारा पेश किए गए बजट की आलोचना की है, कमल नाथ ने कहा है कि इस बजट में आम जनता को महंगाई और युवाओं को बेरोजगारी से राहत प्रदान करने का कोई प्रावधान नहीं किया गया है
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा में आगामी वित्त वर्ष का बजट पेश किया जा चुका है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिवराज सरकार द्वारा पेश किए गए बजट की आलोचना की है। कमल नाथ ने कहा है कि शिवराज सरकार ने इस बजट में जनता को महंगाई से राहत प्रदान करने का कोई प्रावधान नहीं किया है। इसके साथ ही उन्होंने शिवराज सरकार पर जनता को झूठे सपने दिखाने का आरोप लगाया है।
शिवराज सरकार के बजट को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा आज पेश बजट सिर्फ झूठ और गुमराह का पुलिंदा है, यह जनता को धोखा देने वाला बजट है, इसमें सिर्फ़ काग़ज़ी प्रावधान किये गये हैं,आगामी चुनावों को देखते हुए एक बार फिर झूठे सपने दिखाए गये हैं।
कमल नाथ ने कहा कि पिछले बजट के प्रावधानों का कितना उपयोग व क्रियान्वयन हुआ और कितने लोगों को रोजगार दिया गया, उस पर कोई बात नहीं की गई। कमल नाथ ने कहा कि आज प्रदेश के किसान सबसे ज़्यादा परेशान हैं।किसानों के लिए क्या किया ,उस पर कोई बात नहीं।खाद-बीज के संकट को दूर करने के लिये क्या किया , उस पर कोई बात नहीं गई।
प्रदेश में सिर्फ़ 4000 किमी. सड़कों का निर्माण का वादा , ऊँट के मुँह में जीरा समान है…
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 9, 2022
इस बजट में गरीब ,किसान ,मध्यमवर्गीय वर्ग ,महिलाएं ,युवाओं ,छोटे व्यापारी के लिए कुछ नहीं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि किसान कल्याण के पिछले अधूरे आँकड़ो को एक बार शामिल कर झूठे सपने दिखाने का काम किया गया है।महंगाई से राहत देने के कोई इंतजाम इस बजट में नहीं किए गए हैं।जनता पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले भारी भरकम करों में राहत की मांग कर रही थी लेकिन जनता को कोई राहत नहीं दी गई।
कमल नाथ ने बेरोजगारी को दूर करने के लिए बजट में किए गए शिवराज सरकार के प्रावधान पर भी तीखे वार किए। कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी का आंकड़ा 30 लाख को पार कर चुका है, वहीं रोजगार प्रदान करने को लेकर इस बजट में कोई ठोस कार्ययोजना व प्रावधान नहीं है।प्रदेश की 85% ओबीसी-एससी-एसटी वर्ग की आबादी के युवाओं को रोज़गार देने के लिये मात्र 150 करोड़ का प्रावधान।
कमल नाथ ने कहा कि शिवराज सरकार का गौ संरक्षण, पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने और शिक्षकों की भर्ती पर कोई ध्यान नहीं है। कमल नाथ ने कहा कि यह बजट मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे निजीकरण से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि इस बजट में किसी भी वर्ग के लिये कुछ नही।शिवराज सरकार में दूध और खाने का तेल महंगा और शराब सस्ती, यही बजट का असली निचोड़ है।इस बजट से प्रदेश की जनता को काफी उम्मीदें थी लेकिन इस बजट से प्रदेश की जनता को निराशा हुई है और वो एक बार फिर ठगी गयी है।