मैं आत्महत्या कर लूंगा, सामने दुखड़ा सुनाता रहा किसान, मंच से कांग्रेस को कोसते रहे CM शिवराज

मध्य प्रदेश के किसानों को फसल बीमा की राशि हस्तांतरित करने के लिए सीएम शिवराज ने बैतूल में रखा था कार्यक्रम, सिस्टम से पीड़ित एक किसान लगाता रहा गुहार, भाषणबाजी करते रहे मुख्यमंत्री, बाद में पीड़ित को उठा ले गई पुलिस

Updated: Feb 13, 2022, 03:43 AM IST

बैतूल। मध्य प्रदेश के किसानों को डेढ़ साल पुराने फसल बीमा की राशि शनिवार को हस्तांतरित की गई। इसके लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बैतूल में एक भव्य समारोह का आयोजन किया था। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े थे। इस दौरान सिस्टम से पीड़ित एक किसान सीएम के सामने अपना दुःखड़ा सुनाने लगा लेकिन मुख्यमंत्री कांग्रेस को कोसने में व्यस्त रहे।

सोशल मीडिया पर पीड़ित किसान और उसके पिता का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में किसान अपना नाम विजय धाकड़ और साथ आए पिता का नाम तिलकचंद धाकड़ बता रहा है। किसान कहा रहा है कि मेरे जीवित पिता को मृत घोषित कर दिया गया। तमाम जगह गुहार लगाने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है मैं कहाँ जाऊं? कौन सुनेगा? 

किसान इस दौरान रुंआसा होकर कहता है कि मैं आत्महत्या कर लूंगा। हालांकि, सीएम चौहान पर किसान के इस रुदन का कोई असर नहीं हुआ। मंच से सीएम विपक्षी दल कांग्रेस को कोसते रहे। सीएम चौहान पूछने लगे कि दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने किसानों के लिए क्या किया? थोड़ी देर बाद पुलिस किसान पिता-पुत्र को उठा ले गई।

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किसान कांग्रेस के नेता केदार सिरोही ने सीएम शिवराज के इस रवैये की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि, 'मुख्यमंत्री के भीतर का इंसान मर चुका है। खुद को किसान पुत्र बताने वाले शिवराज सिंह चौहान के भीतर थोड़ी भी इंसानियत और संवेदना होती तो उन्हें किसान का रुदन सुनाई पड़ता। मुख्यमंत्री के सामने एक लाचार किसान गुहार लगाता है और पुलिस उसे उठा ले जाती है। यह शर्मनाक है। किसान समाज कभी भी सीएम चौहान को माफ नहीं करेगा।'