आज इंदौर में गोबर धन प्लांट का लोकार्पण करेंगे पीएम मोदी, एशिया का सबसे बड़ा बायो CNG प्लांट होगा

इंदौर को कचरा मुक्त बनाने की दिशा में बड़ी पहल, गोबर धन प्लांट बन कर तैयार, आज 1 बजे लोकार्पण करेंगे पीएम मोदी, 550 मीट्रिक टन कचरे का प्रतिदिन क्षमता,  प्रतिदिन लगभग 17,000 किलोग्राम सीएनजी और प्रतिदिन 100 टन जैविक खाद का उत्पादन होंगे

Updated: Feb 19, 2022, 05:14 AM IST

इंदौर। स्वच्छता के मामले में लगातार अग्रणी मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में अब कचरे से भी ऊर्जा का निर्माण किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दोपहर 1 बजे इंदौर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए गोबर-धन प्लांट का उद्घाटन करेंगे। यह Bio- CNG प्लांट एशिया का सबसे बड़ा प्लांट बताया जा रहा है। प्लांट शुरू होने के बाद इंदौर में करीब 400 बसें बायो-सीएनजी से चलेंगी।

जानकारी के मुताबिक 15 एकड़ में फैला ये CNG प्लांट 150 करोड़ की लागत से निर्मित है। इस प्लांट में 550 मीट्रिक टन गीले कचरे के निपटान की प्रतिदिन क्षमता है। इससे प्रतिदिन लगभग 17 हजार किलोग्राम सीएनजी और प्रतिदिन 100 टन जैविक खाद का उत्पादन होने की उम्मीद है। ये संयंत्र जीरो लैंडफिल मॉडल पर आधारित है, जिससे कोई रद्दियां यानी रिजेक्ट्स पैदा नहीं होंगी। 

बताया गया है कि इस परियोजना के जरिए रोज़ाना 400 बसें और 1000 से ज्यादा गाड़ियां चलाने की योजना है। इस प्लांट के जरिए ना सिर्फ पर्यावरण को फायदा पहुंचेगा बल्कि इससे कमाई भी होगी। यह प्लांट पीपीपी मॉडल पर बनाया गया है, जिससे इंदौर नगर निगम को सालाना 2.5 करोड़ रुपये की आमदनी होगी।

दरअसल, केंद्र सरकार ने हाल ही में कचरा मुक्त शहर बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 का शुभारंभ किया था। इस मिशन को 'वेस्ट टू वेल्थ' यानी कचरे से धन और सर्कुलर इकोनॉमी के व्यापक सिद्धांतों के अंतर्गत लागू करने के है ताकि संसाधनों से होने वाली रिकवरी को अधिकतम किया जा सके - इन दोनों का मिसाल लायक इस्तेमाल इंदौर बायो-सीएनजी संयंत्र में किया गया है। 

इस प्लांट से उत्पन्न होने वाली 17 हजार 500 किलोग्राम बायो सीएनजी में से 50 प्रतिशत गैस नगर निगम को लोक परिवहन की संचालित बसों के उपयोग हेतु बाजार दर से 5 रुपये प्रति किलोग्राम कम दर पर उपलब्ध होगी तथा शेष 50 प्रतिशत गैस विभिन्न उद्योग एवं वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को बेची जा सकेगी।