MCU रीवा कैंपस में नाच-गाने पर बवाल, प्रभारी को हटाने से छात्रों में आक्रोश, छात्रों ने शुरू किया सत्याग्रह

गणतंत्र दिवस के दिन मुख्य समारोह के समापन के बाद फिल्मी गानों पर डांस कर रहे थे छात्र, वीडियो वायरल होने के बाद प्रभारी दीपेंद्र बघेल को हटाया गया, आक्रोशित छात्रों ने शुरू किया आंदोलन, कुलपति ने दिए जांच के निर्देश

Updated: Jan 29, 2022, 01:49 PM IST

रीवा। एक ओर गणतंत्र दिवस के बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी को खास बनाने के लिए इस बार "मोनिका ओ माय डार्लिंग" जैसे गानों के धुन को शामिल किया गया है और दूसरी ओर बीजेपी शासित मध्य प्रदेश के छात्रों ने जब गणतंत्र दिवस के दिन फिल्मी गाने पर डांस किया तो प्रशासन ने जांच बैठा दिया। इतना ही नहीं कैंपस के प्रभारी को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया।

मामला, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के रीवा परिसर का है। यहां इस बार नए कैंपस में भव्य तरीके से गणतंत्र दिवस मनाया गया था। कई हफ्ते पहले से छात्र-छत्राएं सांस्कृतिक कार्यक्रमों को शानदार बनाने के लिए तैयारियां की थी। गणतंत्र दिवस के दिन सुबह 8 बजे ध्वजारोहण के बाद करीब 11 बजे तक देशभक्ति गानों पर नाच और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई।

कार्यक्रम खत्म होने के बाद छात्र-छत्राएं एक जगह इकट्ठा होकर कार्यक्रम कैसा रहा इस बात पर आपसी चर्चा कर रहे थे। पहली बार इतने बड़े स्तर के आयोजन का सफलतापूर्वक समापन होने से छात्र खासे उत्साहित थे। किसी ने तभी एक बार फिर नाचने का सुझाव दिया और छात्र नाचने लगे। इस दौरान छात्रों ने "मुझसे शादी करोगी" और "तेरी आंख्या का यो काजल" समेत अन्य पंजाबी गाने बजाए जो आमतौर पर युवा वर्ग जन्मदिन से लेकर शादी समारोहों में बजाते हैं। 

छात्रों के इन गानों पर नाचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बवाल मच गया है। वीडियो में कुछ सेकंड के किए कैंपस प्रभारी दीपेंद्र बघेल भी छात्रों के साथ नाचते दिख रहे हैं। वीडियो सामने आने एक बाद विवि प्रशासन ने तत्काल जांच के आदेश दिए और जांच शुरू होने से पहले ही प्रभारी दीपेंद्र बघेल का प्रभार भी छीन लिया। विवि प्रशासन के इस रवैये के खिलाफ कैंपस के छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है।

रीवा परिसर के छात्रों ने नाम की गोपनीयता रखने के शर्त पर हम समवेत को पूरा घटनाक्रम बताया है। जनसंचार विभाग के एक छात्र ने कहा कि, 'हमने प्रभारी सर को बहुत कहा कि सर दो मिनट हमलोग के साथ आप भी डांस कीजिए। पर शुरू में वे मना कर रहे थे, बाद में कई छात्र आ गए और जिद करने लगे। एक अभिभावक के रूप में वे छात्रों का मन रखने के लिए आए थे और कुछ सेकंड हमारे साथ डांस किया। वह सिर्फ इसलिए आए क्योंकि हमलोगों ने काफी मेहनत की थी और छात्रों का उत्साह बना रहे। लेकिन यह काफी दुःखद है कि प्रशासन ने इसे गलत तरीके से पेश कर उन्हें प्रभार से हटा दिया।'

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इलेक्ट्रॉनिक मीडिया डिपार्टमेंट के एक छात्र ने कहा कि, 'हम फेक न्यूज के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह फैलाया गया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर अश्लील गाने बजाए गए। जबकि हकीकत यह है कि कार्यक्रम के समापन के बाद यह हुआ और जो लोग इसे ध्वज का अपमान बता रहे हैं वे वीडियो दुबारा देख लें उसमें कहीं भी तिरंगा नहीं दिख रहा है। गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रमों में इस तरह के गाने नहीं बज रहे थे, उसका वीडियो लोग क्यों नहीं साझा करते।'

जर्नलिज्म डिपार्टमेंट के एक छात्र ने विवि द्वारा जांच कमेटी गठित करने के फैसले को हास्यास्पद बताया है। छात्र ने कहा कि, 'इसमें कमेटी क्यों गठित हो रही है। सबकुछ तो साफ है। हमने फिल्मी गानों पर डांस किया यह सत्य है। लेकिन स्टेज पर डांस नहीं किया, कार्यक्रम बाद छात्र मन बहलाने के लिए नाच सकते हैं। बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में सेना के जवान 'मोनिका ओ माय डार्लिंग' धुन बजाएं वह ठीक है। लेकिन युवा छात्र कुछ कर दे तो वो गलत हो गया। इनकी चले तो हमें देशद्रोही भी बता देंगे।'

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बता दें की इस घटना को लेकर कुछ राइट विंग के कुछ लोग कॉलेज परिसर में घुस आए थे। उन्होंने परिसर में न केवल हंगामा किया बल्कि प्रभारी के साथ बदतमीजी पर उतर आए। वे खुद को राष्ट्रभक्त बता रहे थे। इन कथित राष्ट्रभक्तों का कहना था कि गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज को अपमानित किया गया है। विवि प्रशासन ने इस पूरे घटना को लेकर जो तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है, उसका नेतृत्व जनसंचार विभाग के HOD आशीष जोशी कर रहे हैं।

इस पूरे मामले पर हम समवेत ने जब विवि के कुलपति केजी सुरेश से बात किया तो उन्होंने कहा, 'हमने जांच कमेटी गठित कर दी है और घटनाक्रम की रिपोर्ट मांगी है। जांच पूरी होने तक हमने वहां के एक दूसरे शिक्षक को प्रभार दिया है। छात्रों में भी रोष है। उनका कहना है कि हमें बदनाम किया जा रहा है। इंक्वायरी रिपोर्ट आने के बाद ही हम कोई निर्णय लेंगे।'