रीवा में ढोल नगाड़े के साथ निकली बंदर की शव यात्रा, लोगों ने नम आंखों से दी विदाई

रीवा में करंट लगने से एक बंदर की मौत हो गई, जिसके बाद लोगों ने ढोल नगाड़े के साथ बंदर की शव यात्रा निकाली और विधि विधान से अंतिम संस्कार कर,नम आंखों से विदाई दी

Updated: May 26, 2022, 10:06 AM IST

रीवा। रीवा के त्यौंथर में मानवता और पशु प्रेम की एक मिशाल प्रस्तुत की गई, जिसके वायरल वीडियो की चर्चा पूरे देश में हो रही है। रीवा में करंट लगने से एक बंदर की मौत हो गई, जिसके बाद लोगों ने ढोल नगाड़े के साथ बंदर की शव यात्रा निकाली और विधि विधान से अंतिम संस्कार कर,नम आंखों से विदाई दी ।
घटना रीवा के त्योथर की है, जहां बिजली के तार की चपेट में आने से एक बंदर की मौत हो गई, जब रहवासियों ने बिजली के खंबे के पास बंदर को मृत अवस्था में पड़े देखा तब लोगों ने इसकी सूचना नगरपालिका कार्यालय को दी लेकिन उन्होंने कहा कि जानवरों का अंतिम संस्कार करना वन विभाग की जिम्मेदारी है वही दूसरी ओर वन विभाग ने इसे नगरपालिका की जिम्मेदारी बताया, इसके बाद मामला वन विभाग और नगरपालिका के बीच चलता रहा कि बंदर के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी किसकी है। आखिरकार जब स्थानीय लोगों ने वन विभाग से बंदर के अंतिम संस्कार की अनुमति मांगी तो वन विभाग ने स्वीकृति दे दी।

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फिर क्या था बंदर के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू की गई जिसमें मृत बंदर के पार्थिव देह को नहलाया गया। फूल माला पहनाकर, राम नाम अंकित कपड़े में लपेटा गया। ढोल नगाड़े बजाकर शव यात्रा निकाली गई, लोगों ने एक साथ बैठकर शोक भी मनाया, तब जाकर उसको दफनाया गया। पूरा मामला रीवा के त्योंथर तहसील के चाकघाट स्थित वार्ड क्रमांक 12 का है, जहां पर सुबह बिजली के खंबे से करंट लगने के कारण एक बंदर की मौत हो गई थी। बंदर के अंतिम संस्कार की ये घटना पहली नहीं है इससे पहले इस साल जनवरी में राजगढ़ के दलूपुरा गांव में एक बंदर के अंतिम संस्कार के लिए 1,500 लोग इकट्ठा हुए थे, विधि विधान से शव यात्रा निकाली गई थी और एक युवक ने हिंदू रीति-रिवाजों को ध्यान में रखते हुए अपना सिर भी मुंडवा लिया था।