PM के नाम से शुरू होकर पीएम के नाम पर खत्म हुआ राज्यपाल का अभिभाषण, कांग्रेस ने बताया संवैधानिक आचरण के विरुद्ध
राज्यपाल मंगुभाई भाई पटेल ने विधानसभा में कुल 17 मिनट तक का भाषण दिया, लेकिन इस दौरान उन्होंने कुल नौ बार प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र किया, राज्यपाल द्वारा बजट सत्र के अभिभाषण में सरकार के गुणगान को कांग्रेस ने संवैधानिक आचरण के विरुद्ध बताया है
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अभिभाषण दिया। लेकिन राज्यपाल मंगुभाई पटेल का यह अभिभाषण कांग्रेस पार्टी को रास नहीं आ रहा है। क्योंकि अपने अभिभाषण में राज्यपाल मंगुभाई पटेल केवल प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार का गुणगान करते ही दिखाई दिए।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अपने अभिभाषण की शुरुआत भी प्रधानमंत्री मोदी के नाम से की, जबकि भाषण का अंत भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लेकर ही किया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कुल 17 मिनट तक विधानसभा में भाषण दिया। इस 17 मिनट के दौरान कुल 9 मर्तबा उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का नाम लिया।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण में केवल सत्ताधारी दल के गुणगान को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अपनी नाराज़गी व्यक्त की है। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने इसे संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताया है।
राज्यपाल का सत्र में उद्धबोधन संवेधानिक रूप से सरकार का व्यक्तव्य होता है। सरकार की रीतियों नीतियों,समस्याओं और उपलब्धियों की समीक्षा का समय न कि प्रधानमंत्री या सत्ता रूल पार्टी का गुणगान। मगर ऐसे संवेधानिक आचरण की अपेक्षा मप्र सरकार और मा.राज्यपाल से करना दिवास्वप्न।
— Vivek Tankha (@VTankha) March 7, 2022
विवेक तन्खा ने कहा है कि राज्यपाल का सत्र में उद्बोधन संवैधानिक रूप से सरकार वक्तव्य होता है। इसमें सरकार की रीतियों, नीतियों, समस्याओं और उपलब्धियों का समय होता है न कि सत्ता धारी दल का गुणगान का समय। विवेक तन्खा ने आगे कहा कि लेकिन मध्य प्रदेश सरकार और माननीय राज्यपाल से ऐसे संविधानिक आचरण की उम्मीद करना दिन में सपने देखने जैसा है।