निकाय चुनाव: नाम वापसी के बाद पति से लिपटकर फूट-फूट कर रोई पार्षद प्रत्याशी, बेहोश होकर गिर पड़ी

देवास कलेक्ट्रेट पर नामांकन वापसी करने गईं थीं दीपिका शर्मा, पति से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगी फिर सड़क पर बेसुध होकर गिर पड़ी, दबंगों की धमकी के कारण वापस लेना पड़ा नाम

Updated: Jun 23, 2022, 09:21 AM IST

देवास। मध्य प्रदेश में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक गहमागहमी बढ़ी हुई है। निकाय चुनाव में कोई टिकट न मिलने के कारण दुखी है तो जिसे टिकट मिली वो जश्न मना रहे हैं। इसी बीच देवास में एक अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला, जब पार्षद बनने का अरमान टूटते ही एक महिला न केवल रोने लगी बल्की बेहोश होकर गिर पड़ी।

मामला देवास कलेक्ट्रेट का है। यहां निर्दलीय पार्षद के लिए अपना पर्चा भरने वाली दीपिका शर्मा अपना नाम वापस लेने के लिए पहुंची थीं। बुधवार को वह वार्ड क्रमांक-19 से पार्षद पद के लिए उम्मीदवारी वापस लेने पहुंची तो बेहद घबराई हुई थी। दीपिका जैसे ही कलेक्ट्रेट पहुंची तो वह बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ी। इसके बाद जब किसी तरह उसे उठाया गया तो पति से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगी।

पत्नी को रोते देख पति जगदीश शर्मा भी भावुक हो गए। दीपिका ने रोते-बिलखते हुए कहा कि वह चुनाव लड़ना चाहती हैं, लेकिन स्थानीय दबंग उसे नाम वापसी करने को लेकर धमकी दे रहे हैं। नामांकन वापस लेने के लिए उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसी कारण वह अपने परिवार को लेकर डरी-सहमी हैं।

उधर राजधानी भोपाल में भी नाम वापसी के दौरान हाई लेवल पॉलिटिकल ड्रामा देखने को मिला। भोपाल के वार्ड 41 से कैंडिडेट शेख सलीम और उनकी बहू शेख नाजिया कलेक्टोरेट में धरने पर बैठ गए। शेख सलीम की कांग्रेस नेता मो फहीद से नाम वापसी की बात पर विवाद हो गया था। नौबत झूमाझटकी और गाली-गलौज तक पहुंच गई। नाराज सलीम ने पूर्व महापौर सुनील सूद से खुद की जान को खतरा बताया और पुलिस से सुरक्षा मांगी। करीब आधे घंटे तक पॉलिटिकल ड्रामा चला, उसके बाद वे वापस लौटे।