NLIU भोपाल के प्रोफेसर पर 100 छात्राओं के साथ यौन शोषण का आरोप, बवाल बढ़ने पर दिया इस्तीफा

भोपाल स्थित राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (NLIU) के प्रोफेसर तपन मोहंती पर सैंकड़ों छात्राओं के साथ यौन शोषण का आरोप, 500 स्टूडेंट्स ने किया घेराव तो दिया इस्तीफा.. सीएम शिवराज ने दिए जांच के आदेश

Updated: Mar 11, 2022, 02:27 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (NLIU) के एक प्रोफेसर पर गंभीर आरोप लगे हैं। NLIU के स्टूडेंट्स का कहना है प्रोफेसर तपन मोहंती ने 100 से अधिक छात्राओं के साथ यौन शोषण किया है। गुरुवार को करीब 500 छात्रों ने इस मामले में यूनिवर्सिटी परिसर में जमकर हंगामा किया। बवाल बढ़ता देख आरोपी प्रोफेसर से इस्तीफा ले लिया गया और मामले में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान को भी उतरना पड़ गया। सरकार ने पूरे मामले पर उच्चस्तरीय जांच समिति बना दी है।

दरअसल, यह मामला तब सामने आया जब गुरुवार को करीब 500 की संख्या में छात्र-छत्राएं प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती के केबिन के बाहर प्रदर्शन करने लगे। नारेबाजी करते हुए स्टूडेंट्स की शिकायत है कि प्रोफेसर मोहंती ने 100 छात्राओं का यौन शोषण किया है और वे बिना इस्तीफा और कुछ नहीं सुनेंगे। स्टूडेंट्स के मुताबिक ऑफलाइन कक्षाओं के दौरान प्रोफेसर मोहंती अकेले में छात्राओं को बुलाते थे और यौन शोषण करते थे। साथ ही छात्राओं को अश्लील मैसेज और वीडियो भी भेजते थे, जोकि उनके पास सबूत के तौर पर मौजूद हैं।

यह भी पढ़ें: भोपाल में इंजीनियरिंग की छात्रा से रेप, कांग्रेस बोली फिर शर्मसार हुआ मध्य प्रदेश

मामले में हस्तक्षेप करते हुए NLIU के कुलपति वीरभद्र विजयकुमार ने प्रोफेसर मोहंती को तत्काल इस्तीफा देने का निर्देश दे दिया। कुलपति के दबाव में आरोपी प्रोफेसर ने इस्तीफा दे दिया लेकिन वे इसमें अपनी गलती स्वीकार नहीं कर रहे हैं। प्रोफेसर मोहंती का कहना है कि छात्राओं द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं और उनका पक्ष सुने बिना विश्वविद्यालय ने इस्तीफा देने को विवश किया। उन्होंने यह भी कहा कि क्योंकि  विद्यार्थियों की मांग थी इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने तर्क दिया कि जब दो साल से संस्थान में आनलाइन कक्षाएं लग रही हैं और छात्राओं को क्लास में आने की जरूरत ही नहीं है तो उनके साथ यौन शोषण कैसे संभव है। 

बहरहाल उनका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकृत कर लिया गया है। लेकिन मामला अब भी गर्म है। उत्साहित छात्र अब मांग करने लगे हैं कि मामले की जांच भोपाल की जिला न्यायाधीश गिरीबाल सिंह से करायी जाए क्योंकि वे पूर्व में NLIU रजिस्ट्रार रह चुकी हैं। संस्थान के कुलपति वीरभद्र विजय कुमार ने बताया है कि जांच समिति गठित कर मामले की जांच करायी जाएगी। शुक्रवार को छात्रों का एक समूह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मिला। सीएम चौहान ने डीजीपी और कमिश्नर भोपाल को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।