अतिक्रमण हटाने गई शासकीय टीम पर भाजपा नेता ने छिड़का पेट्रोल, तहसीलदार को ज़िंदा जलाने की कोशिश

मध्य प्रदेश के राजगढ़ ज़िले में नई सड़क निर्माण के लिए अतिक्रमण हटाने गई शासकीय टीम पर बीजेपी नेता भगवान सिंह राजपूत ने पेट्रोल छिड़क दिया.. कांग्रेस ने पूछा उनपर धारा 307 कब लगेगी.

Updated: Feb 08, 2022, 05:38 AM IST

Photo Courtesy: News 18.com
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राजगढ़। रोज़ाना विकास की बात करनेवाली भाजपा के नेता खुद विकास की राह में आने पर क्या क्या कर सकते हैं, उसका नमूना सोमवार को राजगढ़ में देखने को मिला। जब नई सड़क निर्माण के लिए अतिक्रमण हटाने गयी शासकीय टीम ही बीजेपी नेता, भगवान सिंह राजपूत के निशान पर आ गयी। बीजेपी नेता का गुस्सा उनपर ऐसा फूटा कि उन्होंने पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाने की कोशिश कर डाली। भाजपा नेता पर आरोप है कि उन्होंने तहसीलदार और उनकी टीम को जिंदा जलाने की कोशिश की। हालांकि शासकीय टीम मौके से अपनी जान बचाने में कामयाब हो गई। लेकिन टीम को पुलिस थाने पहुंचकर जान बचाने की नौबत आ गई। 

दरअसल राजगढ़ के पचोर इलाके में शिवालय रोड पर सड़क का निर्माण होना है। बीजेपी नेता भगवान सिंह राजपूत के घर के ठीक सामने यह शासकीय जमीन है, जहां पर भाजपा नेता ने पेड़ लगा रखे हैं। मगर इस शासकीय जमीन पर पेड़ हटाकर सड़क निर्माण के लिए तहसीलदार की अगुवाई में जब अतिक्रमण हटाने पहुंची तो नज़ारा पूरी तरह से नाटक में बदल गया। न सिर्फ झंझट हुआ बल्कि नेताजी की भाजपा टीम ने उनपर जानलेवा हमला भी कर दिया। 

स्थानीयों के मुताबिक सोमवार दोपहर करीब तीन बजे तहसीलदार राजेश सोरते और नगरपालिका सीएमओ पवन मिश्रा सरकारी अमले के साथ अतिक्रमण हटाने के उद्देश्य से मौके पर पहुंचे थे। पहले तो जेसीबी ड्राइवर को धमकाकर अतिक्रमण हटाने से रोक दिया गया फिर शासकीय टीम द्वारा समझाने बुझाने की कोशिश करने पर बीजेपी नेता आग बबूला हो गए। गुस्से की आग में उन्होंने शासकीय टीम पर ही पेट्रोल छिड़क दिया। वो आग लगाने के लिए माचिस लाते उससे पहले शासकीय टीम को भागकर जान बचाना पड़ा। मौके से पुलिस थाने की ओर दौड़ लगाकर शासकीय टीम ने अपनी जान बच पाई।

यह घटना स्थानीयों द्वारा कैमरे में कैद कर ली गयी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। राजगढ़ से लोकसभा का चुनाव लड़ चुकी कांग्रेस नेता मोना सुस्तानी ने बीजेपी नेता पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। कांग्रेस ने यह भी सवाल किया है कि ग्वालियर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को निशाना बनानेवाली बीजेपी अब अपने नेता की करतूत पर धारा 307 कब लगाएगी?