समय देकर व्यस्त हो गए CM शिवराज, दिग्विजय सिंह बोले- यह बर्ताव महंगा पड़ेगा, कल आ रहा हूं

डेढ़ महीने से सीएम शिवराज से मिलने का समय मांग रहे थे दिग्विजय सिंह, चेतावनी के बाद शुक्रवार सुबह बुलाया था, अचानक व्यस्तता का हवाला देकर मिलने से किया इनकार, दिग्विजय सिंह कल सीएम आवास पर देंगे धरना

Updated: Jan 20, 2022, 04:48 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत में एक बार फिर से गर्माहट आ गई है। वजह है पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान की मुलाकात, जो कई महीनों से टलती जा रही है। दोनों नेताओं की शुक्रवार को निर्धारित मुलाकात ठीक एक दिन पहले फिर टल गयी। वजह रही सीएम शिवराज की तरफ से बतायी गयी व्यस्तता। दो दिन पहले सीएम दफ्तर की तरफ से उन्हें शुक्रवार साढ़े ग्यारह बजे मुलाकात का समय निर्धारित था जो अचानक कैंसिल हो गया। मुख्यमंत्री के इस बर्ताव के बाद दिग्विजय सिंह के तल्ख तेवर देखने को मिले है। सिंह ने मुख्यमंत्री को चेतावनी दी है कि यह बर्ताव उन्हें महंगा पड़ेगा साथ ही कहा है कि कल सुबह मैं आपके घर आकर धरना दूंगा।

राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि, 'मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास डूब में आने वाले किसानों से मिलने का समय नहीं है। उनके पास पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में राज्यसभा सांसद से मिलने का समय नहीं है। डेढ़ महीने से इंतजार करने के बाद उनके कार्यालय ने मुझे कल सवा 11 बजे उनके निवास स्थान पर मिलने का समय दिया और आज मुझे सूचना दी गई है कि वे मुझसे नहीं मिलेंगे, क्योंकि व्यस्त हैं। 

दिग्विजय सिंह आगे कहते हैं कि, 'अब मैं तो उनके घर के सामने धरने पर कल सुबह 11 बजे बैठूंगा। नहीं मिलेंगे तो मुझे ऐतराज नहीं मैं वहीं बैठूंगा गिरफ्तार करना है गिरफ्तार कर लीजिए।' इतना ही नहीं उन्होंने सीएम चौहान को चेतावनी देते हुए कहा, 'इस तरह का बर्ताव आपको महंगा पड़ेगा..।' उन्होंने यह भी कहा है कि कल सीएम से मिले बिना मैं घर नहीं लौटूंगा। बता दें कि आमतौर पर सिंह के तेवरों में इस तरह की तल्खी कम ही दिखती है। ऐसे में माना जा रहा है कि डूब प्रभावित किसानों के मुद्दे पर दोनों पार्टियों में आर-पार की लड़ाई होगी।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, दिग्विजय सिंह ने बीते दिनों भोपाल, राजगढ़, विदिशा और गुना जिले में टेम और सुठालिया सिंचाई परियोजनाओं के अंतर्गत डूब में आ रहे परिवारों से मुलाकात की थी। इस दौरान हजारों किसान परिवारों ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया। सिंह ने किसानों से कहा था कि वह मुख्यमंत्री से इस बारे में बात करेंगे। हफ्तों तक पीड़ित किसानों से बातचीत और मुलाकात के बाद सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनकी समस्याओं से अवगत कराया था। लेकिन डेढ़ महीने में किए गए दो दौर के पत्राचार का सीएम की तरफ से कोई जवाब नहीं आया।  

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दिग्विजय सिंह इस मामले पर मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे ताकि किसानों की समस्याओं का हल निकाला जा सके। पिछले डेढ़ महीने से वे मुख्यमंत्री से समय मांग रहे हैं लेकिन चौहान ने मिलने का समय नहीं दिया। अंत मे जब दिग्विजय सिंह ने आंदोलन की चेतावनी दी तब मुख्यमंत्री झुके और 21 जनवरी को सुबह सवा एक बजे मिलने का समय दिया।

हैरानी की बात यह है कि इसके एक दिन पूर्व यानी 20 जनवरी को ही सीएम कार्यालय की ओर से दिग्विजय सिंह को बताया गया कि मुख्यमंत्री व्यस्त हैं, इसलिए वे आपसे मुलाकात नहीं कर सकते हैं। सीएम के इस बर्ताव पर दिग्विजय सिंह ने आपत्ति जताई और ऐलान कर दिया कि नियत समय पर वे सीएम हॉउस पहुंच जाएंगे। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा है कि मुझे गिरफ्तार करना है तो गिरफ्तार कर लो।