यूक्रेन में प्रतिदिन 500 छात्रों के खाने का इंतजाम कर रही हैं भोपाल की आर्या, फीस के पैसे कर रही हैं खर्च

यूक्रेन के डनिप्रो शहर में फंसे हैं करीब 500 भारतीय स्टूडेंट्स, इनमें 20-25 छात्र मध्य प्रदेश के हैं, भोपाल की आर्या श्रीवास्तव ने बनाया 'इंडियन स्टूडेंट्स इन डनिप्रो’ नाम से दो वॉट्सऐप ग्रुप

Updated: Feb 28, 2022, 11:32 AM IST

भोपाल। रूसी हमले के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। ऑपरेशन गंगा के तहत भारत सरकार छात्रों की वतन वापसी तो करा रही है, लेकिन छात्रों की संख्या के हिसाब से ये नाकाफी साबित हो रहा है। संकट की इस घड़ी में यूक्रेन के डनिप्रो शहर में फंसे भारतीय छात्र अब एक-दूसरे के सहयोग से प्रतिदिन खाने की व्यवस्था कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक डनिप्रो में करीब 500 छात्र फंसे हुए हैं, जिनमें 20-25 छात्र मध्य प्रदेश के हैं। 8 दिन से घरों और बंकरों में कैद हैं। यूक्रेन सरकार से इन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है, क्योंकि स्थानीय लोगों में भारत के लड़ाई में साथ नहीं देने को लेकर गुस्सा है। ऐसी परिस्थितियों में इंडियन स्टूडेंट्स ने एक-दूसरे की मदद करने के लिए खुद का नेटवर्क तैयार कर लिया है।

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यहां छात्रों ने 'इंडियन स्टूडेंट्स इन डनिप्रो’ नाम से दो वॉट्सऐप ग्रुप बनाया है। इनकी एडमिन भोपाल की बेटी आर्या श्रीवास्तव है। आर्या ने भोपाल के एक अखबार से बातचीत के दौरान बताया कि वह दो महीने पहले फिजियोथैरेपी का कोर्स करने डनिप्रो गई थीं। वहां उनके भाई 4 साल से रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। पहले तो उनके पास खाने-पीने का इंतजाम था, लेकिम समय के साथ खाने का स्टॉक खत्म होने लगा। ऐसे में उन्होंने एक पहल किया और परिचितों की मदद 20 ऐसे छात्रों की लिस्ट बनाई, जिनके पास कार है। 

वे अब दिन के समय कारों से अलग-अलग सुपर मार्केट से सामान खरीदकर लाते हैं और करीब 10 अलग-अलग किचन तक पहुंचाते हैं। यहां छात्रों के लिए खाना बनाया जाता है और फिर वॉट्सऐप ग्रुप से पता किया जाता है कि कहां कितने लोगों के लिए खाने की आवश्यकता है। उस हिसाब से टीम वहां अंधेरा होने से पहले खाना पहुंचाती है।

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सामान खरीदने के लिए वे अपनी फीस के रुपए से खाने समेत अन्य चीजों के लिए खर्च कर रहे हैं। आर्या के मुताबिक यूक्रेनी यंगस्टर्स जिन्हें यूक्रेन सरकार ने हथियार थमा दिए हैं वे समस्या खड़ी कर रहे हैं। उनके मन में अब भारतीय छात्रों के लिए गुस्सा पनप रहा है। आर्या के मुताबिक शाम 6 के बाद कोई भी छात्र बाहर नहीं निकल सकते हैं और सायरन बजते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है।