सरकार मैं बनाती हूं लेकिन चलाता कोई और है, उमा भारती का छलका दर्द

उमा भारती ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जब ललितपुर सिंगरौली रेल परियोजना का शिलान्यास हुआ तब केंद्र में कांग्रेस की और राज्य में भाजपा की सरकार थी, लेकिन न तो भाजपा वालों ने मेरा नाम लिया और न ही कांग्रेस वालों ने

Updated: Feb 21, 2022, 03:41 AM IST

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का एक बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। उमा भारती ने इशारों इशारों में सीएम शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार मैं बनाती हूं, लेकिन चलाता कोई और है। उमा भारती के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोग तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। 

उमा भारती ने यह बात रविवार को छतरपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही। भाजपा नेत्री ने कहा कि सरकार मैं बनाती हूं, लेकिन उस सरकार को चलाता को और है। उमा भारती ने कहा कि जब ललितपुर सिंगरौली रेल परियोजना का शिलान्यास हुआ, तब केंद्र में कांग्रेस सरकार थी। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि रेल परियोजना के शिलान्यास के वक्त मैं बीजेपी से बाहर थी। लेकिन तब न तो कांग्रेस वालों ने उनका नाम लिया और न ही बीजेपी वालों ने उनका नाम लिया। पूर्व सीएम ने कहा कि अब केन बेतवा का शिलान्यास होगा तो उन्हें मंच पर जगह नहीं मिलेगी, क्योंकि मौजूदा वक्त में न तो वे सांसद हैं और न ही विधायक। 

उमा भारती ने 2003 में मध्य प्रदेश के सीएम की कुर्सी संभाली थी। लेकिन कुछ ही महीनों बाद उनके खिलाफ दस साल पुराने मामले में एक वारंट जारी हो गया। जिसके बाद बीजेपी में उमा भारती का जमकर विरोध हुआ। दबाव में आकर उमा भारती को सीएम के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। 

लेकिन उमा भारती ने अपनी जगह पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर को सीएम बनाया। कहा जाता है कि उमा भारती ने बाबूलाल गौर से बाकायदा गंगाजल पर शपथ दिलाई थी कि वे उनके कहने पर सीएम पद छोड़ देंगे। इस घटना का उल्लेख मध्य प्रदेश के राजनीतिक इतिहास के ऊपर लिखी गई पुस्तक राजनीतिनामा में है। 

उमा भारती बाबूलाल गौर को सीएम बनाने पर इसलिए राज़ी हो गई थीं क्योंकि उन्हें लगता था कि चूंकि बाबूलाल गौर का प्रभाव भोपाल के बाहर नहीं है, इसलिए बाबूलाल गौर खुद सीएम पद से हटने के लिए आसानी से राज़ी हो जाएंगे। 

कुछ ही समय बाद कोर्ट ने उमा भारती के खिलाफ मुकदमा ख़ारिज कर दिया। तय योजना के मुताबिक जब उमा भारती ने बाबूलाल गौर को सीएम पद से इस्तीफा देने के लिए कहा, तब बाबूलाल गौर ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। आगे चलकर मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बाबूलाल गौर की जगह मध्य प्रदेश के सीएम की कुर्सी पर आसीन हो गए।