Corona indore update : IIT और IIM में COVID-19 सेंटर

coronavirus india : भोपाल में MANIT को अधिग्रहित करने से छात्र नाराज, विरोध में उतरे

Publish: May 30, 2020, 12:10 AM IST

Photo courtesy : collegedekho
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मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर स्थित IIT और IIM को Epidemic Diseases act 1897 के COVID-19 Regulations के तहत अधिग्रहित कर परिसर में कोविड सेंटर खोलने की योजना है। इसके पहले राजधानी भोपाल स्थित MANIT को भी अधिग्रहित करने का आदेश दिया गया था जिसका छात्रों ने जमकर विरोध किया है। इंदौर कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले में देशभर के टॉप 10 शहरों में आता है। कोरोना महामारी से इंदौर में अबतक कुल 126 लोगों ने अपनी जान गंवाई है वहीं संक्रमितों की संख्या 3300 के पार चली गयी है।

दरअसल, मध्यप्रदेश सरकार तमाम प्रयासों के बावजूद इंदौर शहर में संक्रमण के फैलाव पर काबू करने में असफल रही है ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के चेतावनियों के बाद जिला प्रशासन द्वारा शहर में 10 से 15 हजार मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। इसी लिए इंदौर के दोनों मशहूर शैक्षणिक संस्थान आईआईटी और आईआईएम को कोविड-19 सेंटर में तब्दील करने की तैयारी है। गौरतलब है कि इंदौर देशभर में एकमात्र ऐसा शहर है जिसे आईआईटी और आईआईएम दोनो होने का गौरव प्राप्त है।

Click  MANIT Bhopal को कोविड सेंटर बनाने से छात्रों में हड़कंप

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंदौर के आलाधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों से मिलकर शहर में वैकल्पिक कोविड-19 सेंटरों को चिन्हित किया है। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज हेतु चिन्हित इन जगहों में आईआईटी और आईआईएम भी शामिल है। मामले पर स्थानीय सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि शहर में मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण उनके बेहतर इलाज हेतु इन दोनों संस्थाओं में व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। पहले चरण में यहां लोगों को क्वारंटाइन किया जाएगा वहीं दूसरे चरण में यहां इलाज की भी व्यवस्था की जाएगी। दोनों परिसरों के लंबे समय तक अधिग्रहित रहने की संभावनाओं को देखते हुए डायरेक्टरों को कहा गया है कि वे संस्थान में प्रवेश तथा परीक्षाओं की तिथियां नए सिरे से निर्धारित करें।

शिक्षा संस्‍थान परिसर के अधिग्रहण का विरोध

बता दें कि इसके पहले राजधानी भोपाल स्थित MANIT परिसर को भी भोपाल जिला प्रशासन ने अधिग्रहण करने के आदेश जारी किए हैं। मैनिट के छात्र आदेश का जमकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि होस्टल में हमारे जरूरी कागजात व कीमती सामान (लैपटॉप, टैब्लेट्स) रखे हुए हैं जिनसे छेड़छाड़ होने या गम होने की स्थिति में जिम्मेदारी कौन लेगा? वहीं मामले पर जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि उनके सामानों का पंचनामा बनाने के साथ वीडियो रेकॉर्डिंग भी कराया जाएगा फिर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखा जाएगा ऐसे में विद्यार्थी अपने सामानों को लेकर चिंतित न रहें।