मप्र में कोरोना पॉजिटिव 21 सौ के करीब

मध्य प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 2090 पर पहुंच गई है। कोरोना के कारण 103 लोगों की मृत्‍यु हुई है।

Publish: Apr 27, 2020, 05:34 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में रविवार को 145 नए संक्रमित मिले। इसके साथ राज्य में संक्रमितों की संख्या 2090 पर पहुंच गई है। राजधानी भोपाल में रविवार को 27 तथा इंदौर में 91 नए कोरोना पॉजिटिव मिले। कोरोना के कारण 103 लोगों की मृत्‍यु हुई है।

भोपाल के हमीदिया और सुल्तानिया अस्पताल में 5 डॉक्टर पॉजिटिव मिलने के बाद शनिवार को गांधी मेडिकल कॉलेज के 90 डॉक्टर, 30 नर्स, 20 वार्ड ब्वॉय को क्वारैंटाइन किया गया है। इनके सैंपल लिए हैं। रिपोर्ट आना बाकी है। इससे अस्पताल में डॉक्टरों समेत नर्सिंग स्टाफ और वार्ड ब्वॉय की कमी हो गई है। हालांकि अभी यहां सामान्य दिनों के मुकाबले 10 फीसदी ही मरीज आ रहे हैं। प्रशासन ने सैंपल लेने वाली टीमों की संख्या 25 से घटाकर 15 कर दी है। रविवार शाम जारी रिपोर्ट के मुताबिक, अब इंदौर में में 1176 संक्रमित हो चुके हैं। नए संक्रमितों में महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज की एक एसोसिएट प्रोफेसर और रेसीडेंसी एरिया का एक कर्मचारी शामिल है। अब तक 57 लोगों की जान जा चुकी है।

 प्रदेश में बड़े बाजार नहीं खुले

प्रदेश सरकार के आदेश के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार से सभी दुकानें खुलना शुरू हो गई। मोहल्ले की दुकानों को ही अनुमति होगी। बड़े बाजार कहीं नहीं खुलेंगे। जिलों की परिस्थिति के हिसाब से प्रशासन और क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप वहां दुकानें खोलने या नहीं खोलने का निर्णय लेगा। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के बाद राज्य सरकार ने तय किया है कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन, खरगोन, होशंगाबाद में सब कुछ बंद रहेगा।

9 हजार नमूने लंबित रहना चिंताजनक : नाथ

कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि मप्र में पिछले एक माह में कोरोना संक्रमितो की संख्या पहुँची 2000 के पार व अभी तक 100 लोगों की मृत्यु,लम्बित सेम्पल की पेंडेंसी का बढ़ता आँकड़ा पहुँचा 9000 के पार,यह सब आँकड़े बेहद चिंताजनक है। वही दूसरी तरफ इन सबके बीच कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिये आवश्यक संसाधनो का अभाव, मेडिकल उपकरणो का अभाव, टेस्टिंग किट की कमी, बदहाल स्वास्थ्य सेवाएँ की रोज़ सामने आ रही तस्वीरें, राशन की कमी, आमजन की परेशानी, इन सब मामलों पर भी स्थिति बेहद चिंताजनक होकर, इस दिशा में सरकार को कड़े कदम उठाये जाने की आवश्यकता है।