Lockdown 4.0: महाकालेश्वर पर कोरोना की आर्थिक मार

कम चढ़ावे के कारण मंदिर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है.

Publish: May 19, 2020, 12:59 AM IST

कोरोना की मार से क्या आम, क्या खास और क्या भगवान सभी परेशान हैं. महामारी की मार के कारण देवस्थानों में भक्तों की हाजिरी का सिलसिला पिछले करीब दो महीने से बंद है. ऐसे में मंदिर ट्रस्टों की कमाई कम हो गई है. जिससे मंदिरों पर आर्थिक संकट की मार पड़ने लगी है.

द्वादश ज्योतिर्लिंग में से एक उज्जैन के बाबा महाकालेश्वर मंदिर पर भी कोरोना के कारण आर्थिक संकट आ गया है. लॉकडाउन में महाकाल मंदिर में ऑनलाइन दान के माध्यम से अब तक केवल 3 लाख 33 हजार रुपए ही दान में आए हैं. जबकि सामान्य दिनों में मंदिर में हर महीने करीब सवा दो करोड़ रुपए चढ़ावा चढ़ता था. कम चढ़ावे के कारण मंदिर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है.

महाकाल मंदिर के कर्मचारियों की तनख्वाह, बिजली का बिल, अन्न क्षेत्र का खर्चा, मंदिर परिसर की साफ-सफाई, मंदिर में होने वाली पूजा और उसमें उपयोग होने वाली पूजा सामग्री, सुरक्षा समेत दूसरे खर्चों पर करीब हर महीने सवा करोड़ रुपए का खर्च आता है.

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वहीं इस वक्त महाकालेश्वर मंदिर में करीब 650 कर्मचारी अलग-अलग सेवाओं में लगे हैं. मंदिर में चढ़ावा कम होने से सारी व्यवस्थाएं चरमराई हुई हैं. अब मंदिर प्रबंधन महाकाल मंदिर की जमा पूंजी से सारे खर्चे उठाने पर मजबूर हैं.