केंद्र कह रहा-इंदौर की स्थिति खराब, मप्र छिपा रहा आंकड़ें!
शिवराज सरकार पर कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में हेरफेर के आरोप लग रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि एक दिन में केवल 5 लोगों के पॉजिटिव पाए जाने की बात हजम नहीं हो रही है।
भोपाल। क्या कोरोना संक्रमण से लड़ाई आंकड़ें छिपा कर की जा सकती है? देशभर में हो रही अपनी किरकिरी से बचने के लिए शिवराज सरकार पर आंकड़ों में हेरफेर के आरोप लग रहे हैं। इस पर प्रतिक्रिया में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि यह बात हजम नहीं हो रही है कि मप्र में एक दिन में केवल 5 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। यदि मप्र में कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार हो रहा है तो वन मैन (सुपरमैन) कैबिनेट को बधाई!
Difficult to digest. Is MP going for a flattening of the Curve? If so, Congratulations to One Man (Superman!) Cabinet!! https://t.co/EtVTOh6sYK
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 20, 2020
असल में मप्र देश का दूसरा राज्य है जहां कोरोना के कारण सबसे अधिक मृत्यु हुई है। मप्र में अब तक 70 कोरोना पॉजिटिव की मौत हुई है जबकि सबसे अधिक महाराष्ट्र में 223 लोगों की जान गई है। मप्र दो दिन पहले तक संक्रमण के मामले में देश के टॉप 3 राज्यों में शुमार था मगर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर मप्र की स्थिति छठे नंबर पर थी। यही से शक शुरू हुआ। कांग्रेस ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते आँकड़े से देश भर में किरकिरी करवा रही शिवराज सरकार ने आँकड़ो में हेरफेर किया है। कांग्रेस ने आंकड़े देते हुए कहा हैकि 18 अप्रैल के स्टेट हेल्थ बुलेटिन में कुल संक्रमित संख्या 1402 बताए गए थे। मृतकों की संख्या 69 थी। जबकि 19 अप्रैल के स्टेट हेल्थ बुलेटिन में कुल संक्रमित 1407 व मृत्यु 72 बताई गई थी। यानि एक दिन में मप्र में मात्र पांच ही नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। जबकि भोपाल जिले के हेल्थ बुलेटिन में कहा गया कि 19 अप्रैल को भोपाल में 27 नए संक्रमित पाए गए। इंदौर के बुलेटिन में कहा गया कि वहां 7 नए संक्रमित मिले हैं तथा 4 की मृत्यु हुई है। जहां एक और राज्य में मात्र 5 नए केस आना बताया गया वहीं दो जिलों ने ही 34 नए पॉजिटिव बताते हुए बुलेटिन जारी किया है।
जबकि सिर्फ़ भोपाल के जारी बुलेटिन में आज संक्रमितो की कुल संख्या - 27
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) April 19, 2020
वही इंदौर में आज संक्रमितो की कुल संख्या - 7
वही मृत्यु - 4
अब यह प्रदेश के दो जिलो के आँकड़े है , इनको और प्रदेश के आँकड़ो को देखो तो कितना बड़ा अंतर ?
25 ज़िले बाक़ी सो अलग...?
कांग्रेस ने सवाल पूछा है कि दो जिलों के ही आंकड़ों में इतना अंतर है तो बचे अन्य संक्रमित 25 जिलों के आंकड़ें कहां है? क्या सरकार आंकड़ें छिपा कर स्थिति सुधारने की गलत सूचना नहीं दे रही है?
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कांग्रेस के इन ओरापों के बीच ही केंद्र सरकार ने इस बात की पुष्टि की है कि मप्र के इंदौर में हालत खराब हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुछ शहरों में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर चिंता जताई है। मंत्रालय का कहना है कि खासतौर पर मध्यप्रदेश के इंदौर, महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे, राजस्थान के जयपुर, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, मेदनीपुर पूर्व, 24 उत्तर परगना, दार्जीलिंग, कैलिम्पोंग और जलपाईगुड़ी में स्थित गंभीर है। इसके लिए केंद्र सरकार ने एक टीम गठित की है जो इंदौर में कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए काम करेगी।