एमपी में फिर से शुरू हुई संबल योजना

संबल योजना में असंगठित श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं शुरू की गई हैं।

Publish: May 06, 2020, 05:34 AM IST

लॉकडाउन के बीच मध्यप्रदेश में असंगठित श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री जन कल्याण सबंल योजना मंगलवार से फिर से शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस योजना को रीलॉन्च किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि संबल योजना में असंगठित श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं शुरू की गई हैं। इस योजना में न केवल पंजीकृत श्रमिकों बल्कि उनके परिवार के सदस्यों को भी लाभान्वित किया जाता है। योजना के अंतर्गत असंगठित श्रमिकों के पंजीयन के लिए विशेष अभियान चलाया गया था।

मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में शुरू की गई संबल योजना का उद्देश्य यह था कि सरकार के जन कल्याण के प्रयासों से समाज का कोई वर्ग अछूता नही रहें। सरकार की कोशिश समाज के हर वर्ग को नये शिखर पर ले जाना रहा है। 2018 विधानसभा चुनाव के ठीक पहले शिवराज सिंह चौहान ने बतौर मुख्यमंत्री यह योजना शुरू की थी। इसके बाद सरकार बदल गई और कमलनाथ सरकार ने इस योजना में खामी की बात कहकर इसे बंद करने का निर्णय लिया था।

कमलनाथ सरकार में श्रम मंत्री रहे महेंद्र सिंह सिसोदिया ने खुले तौर पर कहा था कि संबल योजना में जमकर फर्जीवाड़ा और भ्रष्टाचार हुआ है। इसके जरिये भाजपा नेताओं ने चुन चुन कर अपने लोगों को उपकृत किया है। यही महेंद्र सिंह सिसोदिया कांग्रेस से इस्तीफ़ा देकर अब भाजपा में हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने फिर बयान दिया कि संबल योजना में भ्रष्टाचार हुआ है, इसकी खामियों से उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत करा दिया है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को संबल योजना के जरिये एक बार फिर शिवराज सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा है कि ऐसी योजना जो पूरी तरह भ्रष्टाचार की बानगी हो, उसको दोबारा शुरू करना अनैतिक है।