100 में सिर्फ 5 शराब विक्रेताओं को पकड़ता है प्रशासन, बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने खोली कानून व्यवस्था की पोल
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा लखीसराय में अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने ज़िले के प्रशासनिक अमले के लचर रवैए पर जमकर सवाल खड़े किए, उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों का मनोबल हाई हो गया है
पटना। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने खुद बिहार में लचर कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। लखीसराय में अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंचे विजय सिन्हा जिले के अधिकारियों पर बरस पड़े। बुलावे के बावजूद कार्यक्रम से नदारद रहने वाले एसपी पर अपनी भड़ास निकालते हुए उन्होंने कहा कि पिछले तीन बार से लगातार एसपी गायब हो जाता है। अब फिर छुट्टी पर चला गया।
विजय कुमार सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यहां के अधिकारियों का मनोबल हाई हो गया है। एसपी को रिपोर्ट देने के लिए कहे लेकिन एसपी गायब हो गया, छुट्टी पर चला गया। पिछले तीन बार से यही हाल है। विजय कुमार सिन्हा ने भड़कते हुए कहा कि ऐसे लोग ज़िला में शासन चलेंगे?
बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पूछने पर बताते हैं कि दारू पकड़ रहे हैं। लेकिन शराब बेचने वाले सौ लोगों में भी सिर्फ पांच लोगों को पकड़ते हैं और अपनी पीठ थपथपाने लगते हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि जिस जिले में प्रशासन ईमानदार होता है, वहां शराब कम मिलती है।
बिहार में पिछले लगभग 6 वर्षों से कथित शराबबंदी लागू है। लेकिन आए दिन बिहार में शराब लूट की घटनाएं सामने आती रहती हैं। बिहार विधानसभा के पिछले शीतकालीन सत्र के समय विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने से हंगामा मच गया था। जबकि बिहार के कई जगहों पर जहरीली शराब से मौतों का मामला सामने आता रहता है। खुद राज्य के पूर्व सीएम और बिहार सरकार में सहयोगी जीतन राम मांझी शराबबंदी कानून के खिलाफ लगातार बोलते रहते हैं।