चुनाव पूर्व पंजाब में बढ़ी ईडी की सक्रियता, CM चन्नी के भतीजे को मनी लॉन्ड्रिंग केस में किया गिरफ्तार

ईडी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी से 7-8 घंटे की पूछताछ की और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया, दो हफ्ते पहले ईडी की टीम ने उनके घर पर छापेमारी की थी

Updated: Feb 04, 2022, 04:36 AM IST

चंडीगढ़। पंजाब चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है प्रदेश में ईडी की सक्रियता में बढ़ोतरी देखी जा रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है की ईडी ने उन्हें अवैध बालू खनन केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम के भतीजे भूपिंदर सिंह की गिरफ्तारी गुरुवार देर रात जालंधर से हुई है। गिरफ्तारी से पहले ईडी के अधिकारियों ने उनसे करीब 7-8 घंटे पूछताछ की। चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के घर पर करीब दो हफ्ते पहले ईडी ने छापेमारी भी की थी। हनी के दो सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापे पड़े थे।

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प्रवर्तन निदेशालय ने एक साथ ईडी ने लुधियाना, मोहाली और हरियाणा के पंचकूला में दबिश दी थी। उस दौरान ईडी ने ठिकानों से 10 करोड़ रुपये नगद, जरूरी दस्तावेज 21 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत का सोना और 12 लाख रुपये की रोलेक्स घड़ी बरामद की थी। 

ED की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि छापेमारी की कार्रवाई कुदरतदीप सिंह, द पिंजोर रॉयल्टी कंपनी और उसके साझेदारों, कंवरमहीप सिंह, मनप्रीत सिंह, सुशील कुमार जोशी, जगवीर इंदर सिंह, रणदीप सिंह, प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड व उसके निदेशकों तथा शेयरधारकों के खिलाफ की गई, जिनमें भूपिंदर सिंह और संदीप कुमार शामिल हैं।

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भूपिंदर सिंह और उनके सहयोगियों पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी कंपनियां बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग की साथ ही बालू के अवैध खनन में शामिल होने का भी आरोप है। हालांकि, ईडी की इस कार्रवाई को राजनीतिक माना जा रहा है। स्वयं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बता चुके हैं। सीएम चन्नी ने बीते दिनों दावा किया था कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर उन्हें फंसाने और बदनाम करने की साजिश चल रही है।