कॉरपोरेट को टैक्स में छूट और मध्यम वर्ग को महाभारत का श्लोक: अभिषेक मनु सिंघवी

बजट पेश करते वक्त निर्मला सीतारमण ने महाभारत का श्लोक पढ़ा था, जिसका मतलब होता है कि राजा को कोई ढिलाई नहीं करनी चाहिए

Updated: Feb 01, 2022, 12:35 PM IST

Photo Courtesy: Amar Ujala
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नई दिल्ली। बजट में आम आदमी को राहत न देने पर मोदी सरकार बुरी तरह से घिर गई है। किसान नेताओं से लेकर विपक्ष सभी मोदी सरकार पर हमलवार हैं। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी वित्त मंत्री और मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि मोदी सरकार कॉरपोरेट घरानों को तो टैक्स में छूट देती है, लेकिन आम आदमी को महाभारत का श्लोक मिलता है। 

अभिषेक मनु सिंघवी ने निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट पर तंज कसते हुए इसे बेहतरीन रणनीति करार दिया है। अभिषेक मनु सिंघवी ने कॉरपोरेट टैक्स में हुई तीन फीसदी कटौती का हवाला देते हुए कहा है कि कॉरपोरेट टैक्स में कटौती की जाती है, और सामान्य वेतनभोगी वर्ग को महाभारत का श्लोक मिलता है। उम्दा रणनीति।

दरअसल सांसद में बजट पेश करते वक्त निर्मला सीतारमण ने महाभारत के एक श्लोक का ज़िक्र किया था। जिसका अर्थ यह होता है कि किसी भी शासक को ढिलाई न बरतते हुए धर्म के अनुरूप कारों का संग्रहण करना चाहिए। और राजधर्म के अनुरूप शासन करते हुए लोगों के कल्याण लिए व्यव्स्था करनी चाहिए। 

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इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव न करने के संबंध में वित्त मंत्री की ओर से दी गई इस दलील की लोग आलोचना कर रहे हैं। लोग मोदी सरकार पर कॉरपोरेट घरानों का फायदा पहुंचाने का आरोप भी लगा रहे हैं। हालांकि सत्ताधारी दल के नेता इस बजट का बचाव कर रहे हैं। लेकिन इनके सोशल मीडिया पर तमाम लोग बजट के विरोध में ही दिखाई दे रहे हैं।