पंजाब चुनाव से ठीक पहले रेपिस्ट राम रहीम को मिला पैरोल, 60 से ज्यादा सीटों पर है डेरों का असर

हरियाणा की बीजेपी सरकार ने पंजाब चुनाव से ठीक 13 दिन पहले साध्वियों से बलात्कार करने वाले गुरमीत राम रहीम को 21 दिनों का पैरोल दिया है, पंजाब के 23 जिलों में राम रहीम के 300 से ज्यादा बड़े डेरे हैं

Updated: Feb 07, 2022, 08:59 AM IST

चंडीगढ़। पंजाब चुनाव से पहले हरियाणा की बीजेपी सरकार ने रेपिस्ट गुरमीत राम रहीम को पैरोल दे दिया है। राम रहीम बलात्कार और हत्या के मामलों में उम्र कैद का सजा काट रहा था। चुनाव से ठीक 13 दिन पहले राम रहीम को पैरोल देने के फैसले को लेकर सियासी पारा हाई हो गया है। राम रहीम का पंजाब के 23 जिलों में 300 से अधिक बड़े डेरे हैं और 60 से 70 विधानसभा सीटों पर उसका असर है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरमीत राम रहीम की मां को बीमार बताकर उसे 21 दिन की पैरोल मिली है। राम रहीम 25 अगस्त 2017 से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। वह 2 साध्वियों से बलात्कार मामलों में 20 साल और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्रकैद की सजा भुगत रहा है। राम रहीम की रिहाई के मद्देनजर सुनारिया जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। 

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दरअसल, बीजेपी शासित हरियाणा जेल विभाग ने राम रहीम का 21 दिन की फर्लो का आवेदन मंजूर किया है और रोहतक कमिश्नर के दस्तखत के बाद उसे जेल से बाहर लाया जाएगा। हरियाणा सरकार में जेल मंत्री रंजीत सिंह चौटाला ने इसपर तर्क दिया है कि कानून के अनुसार हर कैदी को फर्लो पाने का अधिकार है और डेरा प्रमुख के मामले में भी यही लागू किया गया।

पंजाब की सियासत में डेरों का दखल

पंजाब की सियासत में डेरों का अहम किरदार रहा है। डेरा सच्चा सौदा पिछले कई सालों से पंजाब में हुए हर चुनाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता दिखा है। पंजाब के मोगा में 29 नवम्बर 2021 को डेरा सच्चा सौदा की एक विशाल जनसभा हुई थी जिसे डेरा 'नाम चर्चा' कहा गया।

सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदे जिसका प्रमुख रेपिस्ट राम रहीम है उसके पंजाब में करीब 10 हजार डेरे हैं। पंजाब के 23 जिलों में उसके 300 से ज्यादा बड़े डेरे हैं, जिनसे लाखों की संख्या में अनुवायी जुड़े रहते हैं। पूरे देश में करीब 6 करोड़ अनुयायियों वाले इस डेरा का प्रभाव राज्य के मालवा क्षेत्र में 69 सीटों पर माना जाता है। 

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साल 2009 के लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल ने डेरा सच्चा सौदा को अपने पाले में कर लिया था। इसका नतीजा ये रहा कि हरसिमरत कौर ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रनिंदर सिंह को एक लाख वोटों से हराया था। 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले खुद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज डेरा सच्चा सौदा गई थीं। राम रहीम को पैरोल देने के बाद अब एक बार फिर माना जा रहा है कि कांग्रेस को सत्ता से हटाने के लिए बीजेपी डेरों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहती है।