JNU के कुलपति एम जगदीश कुमार बने यूजीसी के नए चेयरमैन, विवादित रहा है कार्यकाल

दिसंबर से खाली पड़ा था यूजीसी चेयरमैन का पद, केंद्र सरकार ने जेएनयू के कुलपति को दिया पदभार, जगदीश कुमार के कार्यकाल में अनेक विवादों में घिरा रहा जेएनयू

Updated: Feb 04, 2022, 03:25 PM IST

नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह के रिटायरमेंट के बाद बीते दो महीने से यूजीसी चेयरमैन का पद खाली था, जिसे अब जगदीश कुमार ग्रहण करेंगे। जगदीश कुमार 26 जनवरी को वीसी का 5 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं लेकिन नए कुलपति की नियुक्ति तक उन्हें मंत्रालय से पद पर बने रहने की जिम्मेदारी थी। 

मीडिया रिपोर्ट्स में शिक्षा मंत्रालय में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारी के हवाले बताया गया है कि, ‘जगदीश कुमार को यूजीसी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। हाल ही में 65 वर्ष की आयु पूरी होने पर प्रोफेसर डीपी सिंह को यूजीसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था। सात दिसंबर को उनके रिटायरमेंट के बाद से यह पद खाली था। सिंह ने 2018 में यूजीसी अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था।

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बताया जा रहा है कि यूजीसी के चेयरमैन के लिए तीन नाम रेस में शामिल थे। इनमें पुणे यूनिर्सिटी के कुलपति नितिन आर कर्मलकार, आईयूएसी डायरेक्टर अविनाश चंद्र पांडेय और जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार थे। लेकिन नई शिक्षा नीति को लागू करने की चुनौतियों को देखते हुए मंत्रालय ने एम जगदीश कुमार का नाम फाइनल किया है।

बता दें कि एम जगदीश कुमार बीजेपी की राजनीतिक विचारधारा के करीबी माने जाते हैं। दक्षिणपंथी विचारक के रूप में उनकी पहचान की वजह से ही जनवरी 2016 में उन्हें जेएनयू का वाइसचांसलर बनाया गया था। उन्होंने जब वाइस चांसलर का पद संभाला उसके एक महीने के भीतर जेएनयू बहुचर्चित विवाद सामने आया था, जिसमें तत्कालीन छात्र नेता कन्हैया कुमार समेत अन्य छात्रों के खिलाफ देशद्रोह जैसे संगीन आरोप लगे थे। एम जगदीश कुमार के कार्यकाल में जेनएयू परिसर सांप्रदायिक विवाद का भी गवाह बना।

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इतना ही नहीं बाहरी गुंडों द्वारा छात्राओं के होस्टल में घुसकर मारपीट की घटना को भी उनके कार्यकाल में अंजाम दिया गया। जेएनयूएसयू प्रेसिडेंट आइशी घोष इस हमले में बुरी तरह घायल हुईं थीं। कुमार के कार्यकाल में छात्रों की हॉस्टल फीस और एडमिशन के नए रूल ने भी छात्रों को इसके खिलाफ आंदोलित करने को मजबूर किया। पुलिस ने परिसर में घुसकर उनकी पिटाई की थी।