छात्रों की सुरक्षा आपका कर्तव्य है कोई PR एक्सरसाइज नहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

मल्लिकार्जुन खड़गे ने तमाम ऐसे उदाहरण दिए जब भारत की सरकार ने युद्ध क्षेत्रों से भारत के नागरिकों को सुरक्षित निकाला, खड़गे ने कहा कि भारत की सरकार ने कभी भी नागरिकों को सुरक्षित निकालने से इनकार नहीं किया

Publish: Mar 01, 2022, 05:28 AM IST

नई दिल्ली। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी में हो रही देरी और इसे उपलब्धि के तौर पर पेश करने को लेकर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व में भारत सरकार द्वारा चलाए गए निकासी ऑपरेशन का उदाहरण पेश करते हुए कहा है कि देश के नागरिकों की वतन वापसी सरकार का कर्तव्य है कोई पीआर एक्सरसाइज नहीं है। 

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने कहा कि भारत सरकार ने कभी भी युद्ध क्षेत्र में फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने से इनकार नहीं किया। कांग्रेस नेता ने बताया कि 1991 में भारत सरकार ने डेढ़ लाख से अधिक नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी सुनिश्चित की। इसके बाद 2006 में लेबनान से 2300 और 2011 में लीबिया से 15 हजार नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया। जबकि 2015 में 4,650 नागरिकों को यमन से वापस लाया गया। 

मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह सारा लेखजोखा पेश करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को यह समझना होगा कि छात्रों की निकासी उनका कर्तव्य है कोई पीआर एक्सरसाइज नहीं है। 

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यूक्रेन में इस वक्त हजारों की तादाद में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। हर बीतते दिन के साथ यूक्रेन में हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। यूक्रेन में फंसे कई छात्रों का कहना है कि उन्हें दूतावास और भारतीय सरकार से पर्याप्त मदद नहीं मिल रही है। खुद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के प्रति असंतोष जाहिर किया है। राहुल गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार यूक्रेन में फंसे हमारे नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के जरूरी कदम नहीं उठा रही है।