मुझे कहा गया चुप रहोगे तो राष्ट्रपति बनोगे, मैं ऐसे पदों को लात मारता हूं: सत्यपाल मलिक

एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर बरसे मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, बोले- जब कुत्ता मरता है तो दिल्ली से शोक संदेश जारी होता है, हमारे 700 किसान मर गए

Updated: Mar 07, 2022, 09:17 AM IST

नई दिल्ली। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार पीएम मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि जब एक कुत्ता मरता है तो दिल्ली से शोक संदेश जारी होता है, हमारे 700 किसान मर गए।लेकिन उनके लिए एक भी पत्र नहीं भेजा गया। प्रधानमंत्री आंदोलन स्थल से सिर्फ 10 किलोमीटर की दूरी पर रहते हैं लेकिन उन्होंने समस्या का हल नहीं ढूंढना चाहा।

दरअसल, राज्यपाल सत्यपाल मलिक रविवार को हरियाणा के जींद जिले के कंडेला गांव में खाप द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'मुझे चुप रहने के लिए राष्ट्रपति बनने का ऑफर दिया गया। पद कुछ भी नहीं होते हैं। मैंने चौधरी चरण सिंह के साथ काम किया है और वो मुझे बेटा कह कर बुलाते थे। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि अब आप सड़कों पर बैठना और धरना देना छोड़ दीजिए। अपनी सरकार बनाइए, सरकार को बदल दीजिए, किसी से भीख मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी।'

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मलिक ने आगे कहा कि, 'मैंने राज्यपाल पद छोड़ने का फैसला किया और आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए सोचा। मैं केंद्र सरकार के एक मंत्री के पास ये बताने के लिए गया कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि गलती मत करो, किसानों के लिए बोलो, उनके लिए लड़ो, धरने पर बैठे लेकिन इस्तीफा तभी देना जब इसके लिए कहा जाए।' हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि वो मंत्री कौन थे।

सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि, 'मैं प्रधानमंत्री साहब के पास मिलने के लिए गया। मैं यह नहीं बताऊंगा कि प्रधानमंत्री मोदी ने क्या उत्तर दिया, लेकिन यह बहुत दर्दनाक था और मैंने फैसला किया कि मैं अंत तक बोलूंगा। मेरे दोस्तों ने मुझे सुझाव दिया कि अगर आप चुप रहेंगे तो आप राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति बन सकते हैं। लेकिन मैंने कहा कि मैं ऐसे पदों को लात मारता हूं।'

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चुनावों को लेकर मलिक ने कहा कि, 'सबसे बड़ी बात है कि 2 वर्षों बाद लोकसभा के चुनाव हैं। अगर आप एकजुट होकर वोट करेंगे, तो यह सभी नेता दिल्ली से भाग खड़े होंगे और वहां पर किसानों की सरकार होगी। यूपी चुनाव के नतीजे अभी तक नहीं आए हैं लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि पश्चिमी यूपी में कोई भी मंत्री किसी भी गांव में नहीं घुस पाया।'