शिक्षा क्षेत्र के बजट पर पीएम मोदी का संबोधन, बोले युवा पीढ़ी ही देश के भविष्य की निर्माता है

प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष के बजट में शिक्षा क्षेत्र से जुड़े नीतियों के लेखाजोखा पेश किया है, प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार भारत की युवा पीढ़ी को सशक्त करने पर ज़ोर दे रही है, क्योंकि युवा पीढ़ी को सशक्त करने का मतलब है देश के भविष्य को सशक्त करना

Publish: Feb 21, 2022, 06:23 AM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस वर्ष के बजट में शिक्षा क्षेत्र के लिए केंद्र सरकार की योजना को साझा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने शिक्षा क्षेत्र के बजट का लेखाजोखा पेश करते हुए यह दावा किया कि उनकी सरकार पूरा ज़ोर युवा पीढ़ी को सशक्त करने पर है। क्योंकि युवा पीढ़ी को सशक्त करने का मतलब देश का भविष्य सशक्त करना है। 

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी आज की युवा पीढ़ी, देश के भविष्य की कर्णधार है, वही भविष्य के Nation Builders हैं।इसलिए आज की युवा पीढ़ी को empowering करने का मतलब है, भारत के भविष्य को empower करना। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 के बजट में Education Sector से जुड़ी पांच बातों पर बहुत जोर दिया गया है।पहला, Universalization of Quality Education है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार चाहती है कि देश की शिक्षा व्यवस्था का विस्तार हो, उसकी क्वालिटी सुधरे और एजुकेशन सेक्टर की क्षमता बढ़े, इसके लिए अहम निर्णय लिए गए हैं। 

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने युवाओं के स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान केंद्रित किया है। हमारी सरकार चाहती है कि देश में digital skilling ecosystem बने, इंडस्ट्री की डिमांड के हिसाब से skill डवलपमेंट हो, industry linkage बेहतर हो, इस पर ध्यान दिया गया है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि तीसरा महत्वपूर्ण पक्ष urban planning और design है। इसमें भारत का जो पुरातन अनुभव और ज्ञान है, उसे हमारी आज की शिक्षा में समाहित किया जाना आवश्यक है। चौथा अहम पक्ष Internationalization है। पीएम मोदी ने कहा कि हम चाहते हैं कि भारत में वर्ल्ड क्लास विदेशी यूनिवर्सिटियां आएं, जो हमारे औद्योगिक क्षेत्र हैं, जैसे GIFT City, वहां FinTech से जुड़े संस्थान आएं, इसे भी प्रोत्साहित किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि पांचवा महत्वपूर्ण पक्ष AVGC- यानि Animation Visual Effects Gaming Comic है। क्योंकि इन सभी में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं, एक बहुत बड़ा ग्लोबल मार्केट है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि नेशनल डिजिटल यूनिवर्सिटी, भारत की शिक्षा व्यवस्था में अपनी तरह का अनोखा और अभूतपूर्व कदम है।मैं डिजिटल यूनिवर्सिटी में वो ताकत देख रहा हूं कि ये यूनिवर्सिटी हमारे देश में सीटों की जो समस्या होती है, उसे पूरी तरह समाप्त कर सकती है। पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का ज़िक्र करते हुए कहा कि आज विश्व मातृभाषा दिवस भी है।मातृभाषा में शिक्षा बच्चों के मानसिक विकास से जुड़ी है।अऩेक राज्यों में स्थानीय भाषाओं में मेडिकल और टेक्निकल एजुकेशन की पढ़ाई शुरु हो चुकी है।