निजी मेडिकल कॉलेजों की आधी सीटों पर सरकारी कॉलेज जितनी होगी फीस, पीएम मोदी का एलान

निजी मेडिकल कॉलेजों में होने वाले दाखिलों में अब आधे दाखिले ऐसे होंगे, जिनमें छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेज जितनी ही फीस देनी होगी

Publish: Mar 07, 2022, 11:16 AM IST

नई दिल्ली। भारत में मेडिकल की पढ़ाई करने की चाह रखने काले छात्रों को केंद्र सरकार ने थोड़ी राहत देने का एलान किया है। अब देश भर के निजी मेडिकल संस्थानों की आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका एलान किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि इसका लाभ सीधे तौर पर गरीब और मध्यमवर्ग के बच्चों को मिलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले ही सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है जिसका बड़ा लाभ गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों को मिलेगा। हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी। 

हाल ही में यूक्रेन संकट सामने आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि आज भी हमारे देश से कई बच्चों को दुनिया के छोटे छोटे देशों में पढ़ाई करने के लिए जाना पड़ता है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि इससे बड़ी मात्रा में देश का पैसा बाहरी देशों में चला जाता है। 

प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर लोगों ने कहा था कि बच्चे विदेश पढ़ने इसलिए जाते हैं क्योंकि वहां पर भारत के मुकाबले कम फीस में छात्रों को मेडिकल डिग्री मिल जाती है। अब प्रधानमंत्री ने मेडिकल की पढ़ाई करने की इच्छा रखने काले छात्रों को थोड़ी राहत देने का फैसला किया है। 

हालांकि समस्या अभी समाप्त नहीं हुई है। यूक्रेन से लौटे हजारों छात्रों का भविष्य अभी भी अधर में लटका हुआ है। यूक्रेन में जारी युद्ध की वजह से छात्रों की पढ़ाई चौपट हो गई है। ऐसे में केंद्र सरकार और प्रधनामंत्री मोदी से लगातार यह मांग की जा रही है कि यूक्रेन से लौटे छात्रों को भारत के संस्थानों में दाखिला लेने की छूट दी जाए ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी कर सकें। खुद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से यूक्रेन से लौटे छात्रों की पढ़ाई का खर्चा केंद्र सरकार द्वारा वहन किए जाने का आग्रह भी किया है।