राम कोई भगवान नहीं हैं, पूजा पाठ बंद कर देना चाहिए, NDA गठबंधन के नेता का विवादित बयान

बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि मैं राम को भगवान नहीं मानता, वे महज रामायण के एक पात्र हैं, हमें पूजा पाठ बंद कर देना चाहिए

Updated: Apr 15, 2022, 08:46 AM IST

पटना। भगवान राम पर केंद्रित राजनीति करने वाली बीजेपी के एक सहयोगी दल के नेता ने राम को लेकर विवादित बयान दिया है। NDA गठबंधन के घटक दल हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि राम कोई भगवान नहीं हैं, वे महज रामायण के एक पात्र हैं। मांझी ने लोगों से यह भी आह्वान किया कि पूजा पाठ करना बंद कर दें।

दरअसल, जीतन राम मांझी गुरुवार को जमुई में आयोजित अंबेडकर जयंती के एक कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि, 'राम भगवान थोड़े ही थे, वह तो तुलसीदास और वाल्मीकि रामायण के पात्र थे। रामायण में बहुत सी अच्छी बातें लिखी हैं, इसलिए हम उसे मानते हैं, पर राम को नहीं जानते।'

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पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, ' पूजा-पाठ करने से कोई बड़ा नहीं होता है। अनुसूचित जाति के लोगों को पूजा-पाठ करना बंद कर देना चाहिए। जो ब्राह्मण मांस खाते हैं और शराब पीते हैं, झूठ बोलते हैं, उनसे दूर रहना चाहिए। उनसे पूजा-पाठ नहीं कराना चाहिए। राम ने शबरी के जूते बेर को खाया था, आज हम लोगों के यहां कोई खाना खाकर दिखाए। सवर्ण और उच्च जाति के लोग भारत के मूल निवासी नहीं हैं, वह बाहरी हैं।'

रिपोर्ट्स के मुताबिक अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में इस कार्यक्रम का आयोजन सिकंदरा के हम पार्टी के विधायक प्रफुल्ल मांझी ने किया था। कार्यक्रम में जीतन राम मांझी बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। मांझी बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनकी पार्टी बिहार विधानसभा में एनडीए गठबंधन का हिस्सा है। इसी गठजोड़ के तहत बिहार में बीजेपी और जेडीयू की साझा सरकार है।