यूक्रेनी सेना ने भारतीय छात्रों को बनाया बंधक, रूस के इस दावे को भारत ने किया खारिज

विदेश मंत्रालय ने भारतीय छात्रों को यूक्रेन द्वारा बंधक बनाए जाने के रूस के दावे पर कहा है कि हमें किसी भी छात्र को बंधक बनाए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है

Updated: Mar 03, 2022, 06:17 AM IST

नई दिल्ली। यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाए जाने की मीडिया रिपोर्टों पर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन में किसी भारतीय को बंधन बनाए जाने की खबर नहीं है। यूक्रेन की मदद से भारतीय छात्रों को वहां से निकाला गया है। प्रवक्ता ने कहा कि सरकार भारतीय छात्रों के साथ लगातार संपर्क में है और उन्हें निकालने की कोशिशें जारी हैं।

दरअसल, रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया था कि कि यूक्रेनी फौजों ने खारकीव में भारतीय विद्यार्थियों के एक बड़े समूह को 'बंधक' बनाया हुआ है। रूसी सेना के प्रवक्ता ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, 'हमारी सूचना के मुताबिक, यूक्रेनी अधिकारियों ने खारकीव में भारतीय विद्यार्थियों के एक बड़े समूह को जबरन रोककर रखा हुआ है, जो यूक्रेनी सीमा से निकलकर बोलगोरोड जाना चाहते हैं।'

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रूस के आगे कहा कि, 'हमारी सेना भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाने के लिए तैयार है, और उन्हें रूसी धरती से अपने सैन्य विमानों या भारतीय सैन्य विमानों के ज़रिये घर भेजेंगे, जैसा भी भारत प्रस्ताव रखेगा।' बताया जा रहा है कि रूस के इस दावे से कुछ ही वक्त पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात की थी और पूर्वी यूक्रेनी शहर खारकीव के हालात पर चर्चा की थी, जहां 1,000 से भी ज़्यादा भारतीय विद्यार्थी फंसे हैं।

इसपर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंदम बागची ने कहा कि, 'बागची ने कहा कि यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास अपने नागरिकों के साथ लगातार संपर्क में है। छात्रों को निकालने में यूक्रेन ने मदद की है। बुधवार को कई भारतीय छात्र राजधानी कीव से निकले। हमारे पास किसी भारतीय छात्र को बंधक बनाने की खबर नहीं हैं। हमने यूक्रेन की सरकार से कहा है कि वह अपने पश्चिमी हिस्से सहित खारकीव से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए विशेष ट्रेन का प्रबंध करे। भारत सरकार पोलैंड, हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया के साथ संपर्क में है। मार्ग खोलने के लिए मॉल्डोवा से भी बातचीत चल रही है।'