आखिरी चरण की लड़ाई में उतरे दिग्गज, वाराणसी में मोदी, राहुल, प्रियंका, अखिलेश और मायावती का जमावड़ा

आखिरी चरण में वाराणसी पर जोर, सभी पार्टियों ने झोंकी ताकत, पीएम मोदी और प्रियंका गांधी ने डाला डेरा, राहुल, अखिलेश और मायावती की भी रैली

Updated: Mar 04, 2022, 12:39 PM IST

वाराणसी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव अपने आखिरी चरण में पहुंच गया है। इस चुनाव का ग्रैंड फिनाले पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में होना है। प्रदेश की सभी राजनीतिक दलों ने अंतिम चरण के चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। स्थिति ये है कि प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, बसपा चीफ मायावती से लेकर तमाम नेता मोक्ष की धरती वाराणसी में पहुंच चुके हैं।

वाराणसी में बीजेपी का गढ़ बचाने के लिए पीएम मोदी वहां तीन दिन तक रहेंगे और प्रतिदिन विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। बीजेपी के इस नहले पर दहला मारते हुए कांग्रेस ने वाराणसी में प्रियंका गांधी का भी तीन दिवसीय प्रवास तय कर दिया है। प्रियंका गांधी कबीरचौरा पर स्थित करीब मठ मूलगादी में ही अपना डेरा बना लिया है। प्रियंका ने कल से ही वहां की गलियों में घूमना और लोगों से मिलना शुरू कर दिया।

कबीर चौरा मठ को अपना का ठिकाना बनाकर प्रियंका ने बहुत बड़ा राजनीतिक दिया है। संत कबीर दास के सामाजिक न्याय एवं समानता के संदेश से उत्तरप्रदेश का दलित एवं अति पिछड़ा वर्ग बहुत जुड़ाव रखता है। अंतिम चरण में जिन नौ जिलों के 54 सीटों पर चुनाव होना है वहां अति पिछड़ी जातियों और दलितों की संख्या अच्छी-ख़ासी है। यह वही मठ है जहां संत कबीर दास ने अपना पूरा जीवन बिताया था। सन 1934 में महात्मा गांधी का भी इस मठ में आगमन हुआ था। पं जवाहरलाल नेहरू और राष्ट्रकवि रविंद्रनाथ टैगोर भी अपना डेरा इसी करीब मठ को बनाते रहे हैं।

उधर पीएम मोदी दर्जन भर केंद्रीय मंत्रियों की टीम के साथ वाराणसी में डेरा डाले हुए हैं। कबीर मठ महज 6 किमी की दूरी पर पीएम मोदी ठहरे हुए हैं। पीएम मोदी भी वाराणसी में धुंआधार चूनावी कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। पीएम मोदी शुक्रवार को मलदहिया से गोदौलिया चौराहे तक तीन किमी लंबा रोड शो कर रहे हैं। उन्होंने सिर पर भगवा टोपी पहन रखी है।

पीएम मोदी को उनके संसदीय क्षेत्र में घेरने के लिए कांग्रेस ने योजनाबद्ध तरीके से कार्यक्रम तैयार किए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे और बहन प्रियंका के साथ जाकर बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लिया।

राहुल और प्रियंका ने पिंडरा विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने कोरोना काल मे गंगा नदी में बहती लाशें, पीएम मोदी द्वारा थाली बजाने का आह्वान से लेकर कई बातें लोगों को याद दिलाते हुए राज्य से बीजेपी को उखाड़ फेंकने का अपील किया। बता दें कि पिंडरा क्षेत्र से कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय राय ताल ठोंक रहे हैं और उनका पलड़ा भारी माना जा रहा है।

उधर सपा और बसपा ने भी आखिरी चरण में पूरा ताकत झोंक दिया है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा चीफ मायावती भी वाराणसी में ही हैं। अखिलेश यादव रात 8 बजे से सिगरा स्थित भारत माता मंदिर से रोड शो शुरू करेंगे। सिगरा से रथयात्रा, गुरुबाग, लक्सा होते हुए वह रात 10 बजे गिरजाघर चौराहे के समीप रोड शो खत्म करेंगे। इसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव काशी विश्वनाथ मंदिर में जाकर दर्शन-पूजन करेंगे।  

समाजवादी पार्टी ने शहर दक्षिणी जहां काशी विश्वनाथ मंदिर स्थित है वहां से श्री महामृत्युंजय महादेव मंदिर के महंत कामेश्वर दीक्षित उर्फ किशन दीक्षित अपना उम्मीदवार बनाया है। ऐसा में इस सीट पर संत समाज सपा को समर्थन देती दिख रही है। इस सीट से बीजेपी ने कैबिनेट नीलकंठ तिवारी को दूसरी बार मैदान में उतारा है। जनता की नाराजगी देखते हुए नीलकंठ तिवारी दो दिन पहले ही वीडियो जारी कर माफी मांग चुके हैं।

चूंकि आखिरी चरण के चुनाव में निर्णायक वोट दलितों का है इसलिए मायावती भी वाराणसी पहुंची हुईं हैं। मायावती की कोशिश है कि दलित-पिछड़ों का ज्यादा से ज्यादा वोट बसपा के खाते में जाए। जानकार बताते हैं कि यदि ऐसा होता है तो इससे सपा और कांग्रेस को नुकसान होगा। पूर्वांचल का मतदाता सत्ता का चाबी किसे देगा ये तो भविष्य के गर्भ में है। लेकिन जानकार बता रहे हैं कि काशी में एक साथ इतने सियासतदानों का जमावड़ा इससे पहले कभी नहीं देखने को मिला।