बेरोजगार युवाओं को गौ सेवक बनाएगी उत्तराखंड सरकार, करनी होगी आवारा गायों की देखभाल

पशुपालन विभाग के मुताबिक बेरोजगार लोगों को ‘गौ सेवक’ नियुक्त किया जाएगा और आवारा गायों की देखभाल के लिए उन्हें प्रति माह 4,000 से 5,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा

Updated: Jul 10, 2022, 08:14 AM IST

देहरादून। उत्तराखंड में बीजेपी सरकार ने अब रोजगार देने के लिए एक अनोखी योजना बनाई है। उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि हम बेरोजगार युवाओं को गौसेवक बनाएंगे। उन्हें आवारा गायों की देखभाल करने की नौकरी दी जाएगी। हालांकि, उन्हें तनख्वाह महज 4 से 5 हजार दिए जाएंगे।

दरअसल, राज्य सरकार ने गौ संरक्षण समितियों के गठन के जरिए लोगों को रोजगार देने की योजना बनाई है। इसके शुरुआती चरण में अगले 6 महीनों में एक करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। जिसमें लगभग पचास गांवों के बेरोजगारों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। धामी सरकार ने इस योजना के जरिए गौ संरक्षण समितियों के हर सदस्य को आवारा गायों की रक्षा और पोषण के लिए प्रति माह लगभग 5,000 रुपये तक का भुगतान करने का फैसला लिया है।

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यह फैसला शनिवार को पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में उत्तराखंड पशु कल्याण बोर्ड की बैठक में लिया गया। बहुगुणा ने कहा कि राज्य सरकार ने आवारा पशुओं की सुरक्षा के लिए घोषित वार्षिक बजट को 2.5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 15 करोड़ रुपये करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर हमने हर रोज मिलने वाले चारे का बजट मौजूदा 6 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये प्रति गाय किया है।

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक आशुतोष जोशी ने बताया, 'गांवों के अकुशल, कम पढ़े लिखे और बेरोजगार लोगों को गौ सेवक नियुक्त किया जाएगा और आवारा गायों की देखभाल के लिए उन्हें प्रति माह 4,000 से 5,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा। एक व्यक्ति को कम से कम चार से पांच गायों की जिम्मेदारी लेनी होगी और एक पशु के लिए कम से कम 900 रुपये का भुगतान किया जाएगा। इस परियोजना से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और साथ ही मवेशियों की समस्या भी हल होगी।