Supreme Court : जगन्नाथ रथ यात्रा पर रोक

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर हम कोरोना महामारी के बीच बड़े पैमाने पर रथयात्रा की इजाजत देते हैं तो भगवान जगन्नाथ हमें कभी माफ नहीं करेंगे।

Publish: Jun 19, 2020, 03:02 AM IST

विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथयात्रा इस साल नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगाते हुए कहा है कि अगर हम कोरोना महामारी के बीच बड़े पैमाने पर रथयात्रा की इजाजत देते हैं तो भगवान जगन्नाथ हमें कभी माफ नहीं करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जनहित और लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर इस साल रथ यात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती।

आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितिया को हर साल रथयात्रा निकाली जाती है। इस साल 23 जून से श्री जगन्नाथ मंदिर से यह यात्रा निकलनी थी। नौ दिन तक चलने वाली रथ यात्रा में हर साल 7 लाख से ज्यादा श्रद्धालु भाग लेते हैं। जिनकी सुरक्षा के मद्देदनजर हजारों की संख्या में पुलिस और सुरक्षा बलों को तैनात किया जाता है। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए यात्रा पर रोक लगाई गई है क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग कर पाना असंभव होगा। 

ओडिशा विकास परिषद NGO ने लगाई थी याचिका

गौरतलब है कि भुवनेश्वर के NGO ओडिशा विकास परिषद की ओर से सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका लगाई थी। इसमें कहा गया था कि इससे कोरोना फैलने का खतरा बहुत ज्यादा है। याचिकाकर्ताओं का तर्क था कि अगर दीपावली पर पटाखे जलाने पर रोक लगाई जा सकती है तो रथ यात्रा पर क्यों नहीं। ओडिशा सरकार ने 30 जून तक सभी तरह के धार्मिक कार्यक्रमों पर रोक लगा रखी है।

दो महीने से चल रहा था रथ बनाने का काम

आपको बता दें कि इस फैसले से लगभग दो महीने से पुरी में चल रही रथयात्रा की तैयारियों को बड़ा धक्का लगा है। इस बीच मंदिर परिसर में रथ का निर्माण किया जा रहा था, मंदिर प्रबंधन में बिना श्रद्धालुओं के रथ यात्रा निकालने निर्णय लिया था। मंदिर प्रशासन ने राज्य सरकार से बिना भक्तों के रथयात्रा निकालने की अनुमति भी माँगी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगने के बाद से सरकार ने कोई गाइड लाइन जारी नहीं की थी।