CM ने कहा अभी विभाग बंटवारा नहीं Kamalnath बोले सौदा हो रहा है

MP Ministers Portfolios : भोपाल में होगा मंथन, किसे मिलेगा विष, किसे अमृत

Publish: Jul 08, 2020, 12:47 AM IST

एमपी में मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल का विस्‍तार तो कर लिया है मगर विभाग वितरण में बुरी तरह उलझ गए हैं। कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया अपने समर्थकों के लिए महत्‍वपूर्ण विभाग मांग रहे हैं मगर शिवराज इस मामले में समझौता करने को तैयार नहीं हैं। दिल्‍ली यात्रा से भोपाल लौटे मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि अभी विभाग वितरण में वे और वर्कआउट करेंगे। इस पर प्रतिक्रिया में कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष कमलनाथ ने कहा कि अभी सौदा हो रहा है। कमलनाथ ने उज्जैन में कहा कि ये सौदे की सरकार है, सौदे से मंत्रिमंडल बना है और विभागों के बंटवारे पर भी सौदा हो रहा है। 

दो रात एक दिन दिल्‍ली की यात्रा के दौरान शिवराज ने वरिष्‍ठ नेताओं से चर्चा की मगर इस समस्‍या का हल नहीं निकल सका है। वे सोमवार दोपहर को भोपाल आने वाले थे मगर मंगलवार दोपहर आए। यहां मीडिया से चर्चा में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज नहीं बटेंगे विभाग। एक दिन और वर्कआउट करूँगा।

माना जा रहा है कि इस वर्क आउट का मतलब बीजेपी और सिंधिया खेमे में संतुलन साधना है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिल्‍ली से देरी से आने के कारण मंगलवार सुबह होने वाली कैबिनेट बैठक स्‍थगित कर दी गई है।

मुख्‍यमंत्री शिवराह सिंह चौहान ने अपनी शपथ ग्रहण के 3 माह बाद कैबिनेट विस्‍तार किया तो इस देरी की एक वजह पार्टी में बढ़ती गुटबाजी और हर गुट को संतुष्‍ट करने की कवायद थी। मंत्रिमंडल विस्‍तार के बाद पता चला कि बीजेपी ने कांग्रेस छोड़कर आए ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के आगे लगभग सरेंडर करते हुए सिंधिया समर्थकों को पूरी तवज्‍जो दी। यहां तक कि पहली बार चुने गए सिंधिया समर्थकों को मंत्री बनाया गया और बीजेपी के चार बार से विधायकों को नजरअंदाज किया गया।

लेकिन मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मुसीबतें यहीं खत्‍म नहीं हुई हैं। सूत्र बताते हैं कि ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया तुलसी राम सिलावट को उप मुख्‍यमंत्री बनवाना चाहते हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार गिराने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बीजेपी नेता और वर्तमान गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा भी उप मुख्‍यमंत्री बनना चाहते हैं। यह मुद्दा अभी सुलझा भी नहीं था कि सिंधिया ने अपने समर्थकों के लिए कांग्रेस सरकार के समय रहे विभाग तथा कुछ अन्‍य अहम् विभागों की मांग कर दी है। वे नगरीय प्रशासन, स्‍वास्‍थ्‍य, महिला एवं बाल विकास विभाग जैसे महत्‍वपूर्ण विभाग अपने समर्थकों को दिलवाना चाहते हैं। खबर है कि बीजेपी नेताओं ने सिंधिया खेमे के अधिक मंत्री बनाना तो मंजूर कर लिया मगर वे सिंधिया की पसंद के विभाग सरेंडर करने के मूड में नहीं हैं।