साहा के आरोपों पर बोले राहुल द्रविड़, मैं चाहता था कि वह सच मेरे से ही सुने

राहुल द्रविड़ ने कहा कि साहा का दुखी होना स्वाभाविक है.. लेकिन मैं नहीं चाहता था कि उसे यह बात मीडिया या किसी अन्य माध्यम से सुननी पड़े

Updated: Feb 21, 2022, 05:53 AM IST

Photo Courtesy: aajtak
Photo Courtesy: aajtak
 

नई दिल्ली। रिद्धिमान साहा द्वारा लगाए गए आरोपों पर टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने सफाई दी है। राहुल द्रविड़ ने कहा है कि वे नहीं चाहते थे कि रिद्धिमान साहा को रिटायरमेंट वाली बात किसी अन्य माध्यम से सुननी पड़े। इसलिए उन्होंने खुद ही साहा को जाकर यह बात बता दी। 

तीसरे टी ट्वेंटी मैच के बाद जब राहुल द्रविड़ से रिद्धिमान साहा द्वारा लगाए गए आरोप पर पूछा गया तब राहुल द्रविड़ ने अपनी सफाई में कहा कि मैंने ही साहा को यह बताया था कि अब आगे उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिलेगी। 

द्रविड़ ने कहा कि मैं साहा के बयान से ज़रा भी आहत नहीं हूं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट में जो योगदान दिया है, उसके लिए मेरे मन में अपार सम्मान है। और इसी सम्मान की वजह से मैंने खुद जाकर साहा को यह बताना मुनासिब समझा। क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि साहा को यह बात मीडिया या किसी अन्य माध्यम से पता चले। साहा सच जानने के हकदार थे।

राहुल द्रविड़ ने कहा कि इस साल हमें सिर्फ तीन टेस्ट मैच ही खेलने हैं। और ऋषभ पंत ने खुद को नंबर एक विकेटकीपर के तौर पर टीम में स्थापित कर लिया है। द्रविड़ ने कहा कि कभी कभी आपको खिलाड़ियों को कड़वी बातें बतानी होती है। एक खिलाड़ी के लिए दुखी होना स्वाभाविक है। मुझे उम्मीद है कि खिलाड़ियों के मन में मेरी इस साफगोई के प्रति भी सम्मान होगा।

यह भी पढ़ें : गांगुली ने कहा चिंता मत करो तो द्रविड़ ने कहा रिटायर हो जाओ, रिद्धिमान साहा का बड़ा आरोप

दरअसल श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चयन न होने के बाद रिद्धिमान साहा ने हेड कोच राहुल द्रविड़ के बारे में खुलासा करते हुए कहा था कि उन्हें राहुल द्रविड़ ने रिटायरमेंट लेने की सलाह दे डाली थी। जिसके बाद उन्होंने रणजी ट्रॉफी में नहीं खेला। रिद्धिमान साहा ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को लेकर कहा था कि खुद सौरव गांगुली ने पिछले वर्ष यह आश्वासन दिया था कि जब तक वे बीसीसीआई के शीर्ष पद पर हैं, तब तक उन्हें(साहा) टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर चिंता नहीं करने की कोई जरूरत नहीं है।