मिलिए राफेल रानी से, देश की इकलौती राफेल पायलट शिवांगी सिंह ने राजपथ पर दिखाई बेटियों की ताकत

गणतंत्र दिवस पर एयरफोर्स की झांकी में देश की पहली महिला राफेल पायलट शिवांगी सिंह शामिल हुईं, वे 2017 में एयर फोर्स में भर्ती हुई हैं, वे राफेल से पहले मिग-21 बाइसन प्लेन उड़ा चुकी हैं

Publish: Jan 26, 2022, 01:14 PM IST

Photo Courtesy: twitter
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दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के राजपथ पर विभिन्न प्रदेशों और विभागों की झांकियों ने जलवा बिखेरा।  इस दौरान एक झांकी ने देश का दिल जीत लिया। इंडियन एयर फोर्स की झांकी में देश की इकलौती राफेल पायलट शिवांगी सिंह ने शौर्य प्रदर्शन किया। इस साल की झांकी की थीम थी ‘भारतीय वायु सेना, भविष्य के लिए परिवर्तन’। जिसने भी एयर फोर्स की झांकी देखी तारीफ किए बिना नहीं रहा। 

शिवांगी सिंह एयरफोर्स की झांकी का हिस्सा बनने वाली दूसरी लेडी फाइटर पायलट हैं। इनसे पहले 2021 में फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ ने वायु सेना की झांकी का हिस्सा बनकर इतिहास रचा था। वे देश की पहली महिला लड़ाकू विमान पायलट थीं। शिवांगी सिंह वाराणसी की रहने वाली हैं। वे साल 2017 में एयरफोर्स में शामिल हुई हैं। वे एयर फोर्स के महिला फाइटर प्लेन पायलटों के दूसरे बैच में शामिल थीं।

राफेल उड़ाने से पहले शिवांगी मिग-21 बाइसन प्लेन उड़ाती रही हैं। वे पंजाब के अंबाला स्थित एयर फोर्स के गोल्डन ऐरोज स्क्वाड्रन का हिस्सा हैं। राजपथ पर निकली एयरफोर्स की झांकी में मिग-21, जी-नेट, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और राफेल विमान के स्केल डाउन मॉडल के साथ-साथ अश्लेषा रडार भी शो केस किए गए। राफेल विमान की पहली खेप 29 जुलाई, 2020 में भारत आई थी। देश में 32 राफेल फाइटर प्लेन आ चुके हैं।

शिवागीं के पिता कुमारेश्वर सिंह कारोबारी हैं। शिवांगी एक साइंस ग्रेजुएट हैं। इसी दौरान उन्होंने एयर NCC जॉइन कर सबसे पहले BHU में ही प्लेन उड़ाने का प्रशिक्षण हासिल किया। 2016 के गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने का मौका मिला। यह मौका उनके लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। सोशल मीडिया पर शिवांगी को राफेल रानी पुकारा जा रहा है।